सीएम को पत्र लिख बोले डॉ0 कफील –निलंबन निरस्त कर जनता की सेवा का दे मौका, भले कोरोना काल के बाद कर दे दुबारा निलंबित
आदिल अहमद
लखनऊ। गोरखपुर बीआरडी कालेज के निलंबित प्रवक्ता और मशहूर चिकित्सक डॉ0 कफील ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा का कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण से हालत बिगडती जा रही है। मुझको 15 वर्षो का आईसीयू सम्बन्धित अनुभव है। जो इस समय प्रदेश में कोरोना महामारी के दरमियान प्रदेश की आम जनता के काम आ सकता है। इसलिए मेरा निलंबन निरस्त कर मुझे सेवा का अवसर दे भले कोरोना काल के बाद मुझे दुबारा निलम्बित कर दे।
माननीय मुख्यमंत्री @myogiadityanath जी
कोरोना वायरस की दूसरी लहर त्राही-त्राही मचा रही है।मेरा ICU में 15 वर्षो से अधिक का अनुभव शायद कुछ ज़िन्दगियाँ बचाने में काम आ सके।आपसे विनम्र निवेदन है कि इस कोरोना महामारी में देश की सेवा करने का अवसर दें 🙏
22-8-2017 से निलम्बित हूँ । pic.twitter.com/MHcmtKOEZv
— Dr Kafeel Khan (@drkafeelkhan) April 20, 2021
बताते चले कि गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज ऑक्सीजन कांड के बाद से डॉ0 कफील खान सस्पेंड चल रहे है। डॉ0 कफील ने अपने पत्र में इस निलंबन के मसले को भी उठाते हुवे लिखा है कि इसी मामले में निलंबित किए गए बीआरडी के पूर्व प्राचार्य प्रो0 राजीव मिश्र और मेंटिनेंस इंचार्ज डॉ0 सतीश कुमार का निलंबन पिछले साल चार मार्च को वापस हो चुका है। लेकिन सिर्फ उनकी बहाली नहीं की जा रही। 36 से भी अधिक पत्र लिखने के बावजूद अधिकारी द्वेषपूर्ण ढंग से उनका निलंबन वापस नहीं कर रहे हैं।
उन्होंने अपने पत्र में अदालतों के आदेशो का हवाला देते हुवे लिखा है कि विभिन्न जांच अधिकारियों की रिपोर्ट और इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश में उन्हें चिकित्सकीय लापरवाही और भ्रष्टाचार के आरोपों से मुक्त कर दिया गया है। उच्च न्यायालय ने सात मार्च 2019 और उच्चतम न्यायालय ने 10 मई 2019 को अपने आदेश में 90 दिनों के भीतर उनके निलंबन पर विचार करने को कहा था लेकिन 1300 से अधिक दिनों से वह निलंबित हैं। वह किसी अन्य हॉस्पिटल या व्यवसाय में काम नहीं कर रहे हैं। कोरोना महामारी के समय अपने देश के नागरिकों की सेवा करना चाहता हूं इसलिए मेरा निलंबन खत्म कर एक अवसर दें। चाहें तो महामारी की रोकथाम के बाद फिर से निलंबित कर दें।