सोशल मीडिया पर वायरल होता इंदौर का वीडियो, घटना के विस्तृत समाचार सहित जाने कब और कैसे हुई है घटना, तथा क्या हुई है पुलिस कर्मियों पर कोई कार्यवाही ?
तारिक खान
डेस्क। विगत तीन दिनों से एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दो पुलिस कांस्टेबल एक व्यक्ति को सड़क पर गिरा कर बेरहमी से पिटाई कर रहे है। वीडियो के साथ वायरल होती पोस्ट के हवाले से दावा किया जा रहा है कि वीडियो इंदौर का है। साथ ही पोस्ट में पुलिस विभाग से इन दो कांस्टेबल पर कार्यवाही की मांग किया जा रहा है। वीडियो के साथ पोस्ट कापी पेस्ट के तर्ज पर जारी है। रोज़ ही किसी न किसी व्हाट्सएप ग्रुप में ये वीडियो आ जा रही है और पोस्ट दिया जा रहा है।
देखे वायरल वीडियो
हमने इस वायरल होते हुवे वीडियो की तफ्तीश किया तो वायरल होता वीडियो सत्य पाया गया। घटना मध्य प्रदेश के इंदौर जनपद के परदेसीपूरा की है जहा एक 35 वर्षीय युवक कृष्णकांत कुजीर है। कृष्णकांत को पुलिस वाले बर्बरता पूर्वक मार रहे है और उसका बेटा उन पुलिस वालो से रहम की भीख मांग रहा है। इस वीडियो में दिखाई गई घटना लगभग सत्य सामने आई। घटना मंगलवार 6 अप्रैल की होना बताया जा रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद दोनों पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही दोनों के खिलाफ विभागीय जाँच भी शुरू हो गई है।
इस सम्बन्ध में बताया गया कि कृष्णकांत कुजीर को मास्क न लगाने पर पुलिस कर्मियों ने बर्बरता पूर्वक मारा है। वही इंदौर के पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) आशुतोष बागरी ने वायरल वीडियो के सम्बन्ध में बताया कि वीडियो को काटछाट कर वायरल किया जा रहा है जबकि हकीकत ये है कि पुलिस कर्मियों ने जब ऑटो ड्राईवर कृष्णकांत कुजीर को मास्क न पहने होने पर जब रोका तो उसने पुलिस कर्मियों से गाली गलौंज और अभद्रता किया तथा उनकी कालर पकड लिया और मारपीट की कोशिश किया। पुलिस अधीक्षक (पूर्वी क्षेत्र) आशुतोष बागरी ने इसकी पुष्टि किया कि दोनों पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है और विभागीय जाँच का आदेश दे दिया गया है।
उन्होंने कहा कि घटना का वीडियो काट छाट के वायरल किया जा रहा है ताकि पुलिस वालो के छवि को ख़राब किया जा सके। पुलिस अधिकारी के मुताबिक कुंजीर स्मैक का आदी है और उसके खिलाफ चाकूबाजी तथा जबरिया उगाही के मामले भी दर्ज हैं। वही इस वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस विभाग के साथ साथ विपक्ष के निशाने पर सत्ता पक्ष भी है। वायरल वीडियो के हवाले से सोशल मीडिया पर लोग पुलिस के रवैये की तीखी आलोचना कर रहे हैं। विपक्षी कांग्रेस के कई नेताओं ने भी इस मामले में राज्य की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है।