तारिक़ आज़मी की मोरबतियाँ – गरीबो की थाली में पुलाव आ गया, देखा गुरु ईहा भी पंचायत चुनाव आ गया
तारिक़ आज़मी
गरीबो की थाली में पुलाव आ गया, लगता है हमारे शहर में पंचायत चुनाव आ गया। वैसे शेर थोडा हल्का फुल्का है। मगर आज के माहोल में कही से गलत नही है। वजह है कि पंचायत चुनाव में हर बार की तरह दारु, मुर्गा के साथ पैसे का दौर शुरू हो गया है। लोग पैसे देकर, दारू मुर्गा खिला कर मतदाताओं को आकर्षित करने की कोशिश में लगे हुवे है। ये बात सुनकर काका तन्नाते हुवे आ धमके। तुरंते सवाल पूछ बैठे कि कैसे कह दिया ये शब्द। क्या ऐसा होता है कही।
हमने काका को समझाने के लिए कहा काका समझो बात को। आप ठहरे लोकतंत्रवादी, गांधीवादी विचारधारा के। मगर अब चुनाव जीतने के लिए ये सब हथकंडे अपनाए जाते काका ने अपना अद्धी का कुर्ते में आस्तीन संभाला और कहा ऐसा नही होता है। बताओ कहा हो रहा है। भाई चुनाव लोकतंत्र का एक बड़ा हिस्सा है। लोकतंत्र देशभक्ति से जुडा हुआ मुद्दा है। इसके ऊपर कैसे प्रश्न उठा सकते हो। मैंने भी कह दिया “काका, देशभक्ति अस्तीनो पर रहने वाली चीज़ नही है। इसका सीने से कम ताल्लुक है और दिल से ज्यादा है। मगर काका मानने को तैयार ही नही हुवे। उन्होंने कहा कि सबूत दो।
फिर हमने भी बताना शुरू कर दिया। कहा काका अभी कल ही कानपुर के पडोसी जनपद महोबा के पनवाड़ी ब्लॉक की ग्राम पंचायत रिवई व घुटई में मतदाताओं को शराब, चिकन व रुपये बांटने पर दो प्रधान प्रत्याशियों समेत छह पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। पुलिस ने चार समर्थकों को गिरफ्तार भी कर लिया है। यही नही काका आरोपियों के पास से 10 हजार रुपये, चिकन व 330 क्वार्टर देसी शराब बरामद की गई। एसआई सूरज प्रसाद ने कांस्टेबल पंकज पाल और इरफ़ान के साथ एक छापेमारी में ये गिरफ़्तारी किया है। यहां से प्रधान पद के प्रत्याशी हीरा सिंह के पुत्र बलवान सिंह व समर्थक बाघराज को मतदाताओं को पैसे व मुर्गे का मीट देते पकड़ लिया।
पुलिस ने आरोपियों के पास से 10 हजार रुपये व भारी मात्रा में मुर्गे का मीट बरामद किया। प्रलोभन देने के आरोप में प्रत्याशी हीरा सिंह, बलवान सिंह व बाघराज के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। वही साथ में ग्राम पंचायत घुटई में प्रधान पद के प्रत्याशी अखिलेश पटेल के समर्थक धनीराम व ईश्वरदास मतदाताओं को प्रलोभन देने के लिए देसी शराब बांटते गिरफ्तार किए गए है। इनके पास से पुलिस ने 330 क्वार्टर देसी शराब भी बरामद की है पुलिस ने। काका तनिक शांत हुवे तो हमने बताया कि पुलिस ने तीनों के खिलाफ प्रलोभन देने का मामला दर्ज किया है। साथ ही शराब ठेका संचालक के खिलाफ भी कार्रवाई की गई। थानाध्यक्ष महोबकंठ लाखन सिंह ने कहा कि पंचायत चुनाव में प्रलोभन देने व आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
काका बोले ऊ महोबा में हो गया होगा। अपने पूर्वांचल में बताओ कही ऐसा हुआ है। तो हमने उनको पूर्वांचल का भी उदहारण देते हुवे बताया कि सोमवार शाम को सुरियावां पुलिस ने जिला पंचायत के वार्ड नंबर 14 के प्रत्याशी विपुल दुबे को गजधरा गांव से और वार्ड 8 के प्रत्याशी अजीत यादव को पट्टी बेजाव से गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक दोनों पैसे बांट रहे थे। विपुल दुबे के पास 29, 400 रुपये और अजीत यादव के पास 29,200 रुपये भी बरामद हुए। दोनों बाकी पैसे दोनों बांट चुके थे।
हमने बताया कि काका यही नही बल्कि पूर्व ब्लॉक प्रमुख औराई फजीहत दुबे अपने भाई के पक्ष में मतदान करने के लिए मतदाताओं को डरा-धमका रहे थे। इसकी शिकायत मिलने पर पुलिस ने जाँच किया तो फजीहत दुबे पर लगे आरोप सच साबित हुवे और फजीहत दुबे को गिरफ्तार कर लिया गया। एसपी रामबदन सिंह ने कहा कि पैसे बांटने वाले प्रत्याशियों पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज कर 14-14 दिन के लिए जेल भिजवाया जाएगा।
इतना जानना ठीक है कि और बताये काका। ये सवाल पर गहरी सोच में बैठे थे कि तन्द्रा टूटी और वापस आ गए। गुरु सही वकत पर काका की तन्द्रा टूटी थी। हमने कहना शुरू किया कि काका अब बताओ क्या गलत कह रहा था कि “गरीबो की थाली में पुलाव आ गया, देखे रजा हमारे यहाँ भी पंचायत चुनाव आ गया।”