पश्चिम बंगाल – “नारद स्ट्रिंग आपरेशन” प्रकरण में सीबीआई ने क्या ममता सरकार के दो मंत्रियों की गिरफ़्तारी, सीबीआई दफ्तर पहुची ममता ने कहा मुझे भी गिरफ्तार करे
संजय ठाकुर
कोलकाता: पश्चिम बंगाल का सियासी तापमान एक बार फिर बढ़ गया है। पश्चिम बंगाल के मंत्री फरहाद हकीम और सुब्रत मुखर्जी को नारद स्टिंग ऑपरेशन से जुड़े मामले में सोमवार को कोलकाता में सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया। गौरतलब हो कि इस मामले में फिरहाद हकीम के अलावा सुब्रत मुखर्जी, मदन मित्रा और सोवन चटर्जी का नाम भी शामिल है। ये चारों 2014 में तब ममता बनर्जी कैबिनेट में मंत्री थे जब टेप कथित तौर पर बनाए गए थे। हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में हकीम, मुखर्जी और मित्रा तृणमूल कांग्रेस के फिर से विधायक चुने गए हैं, जबकि भाजपा में शामिल होने के लिए टीएमसी छोड़ चुके चटर्जी ने दोनों पार्टियों के साथ संबंध तोड़ लिए हैं।
अपने मंत्रियों और विधायक के सीबीआई दफ़्तर लाये जाने पर खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी सीबीआई के कार्यालय पहुंची थीं। प्राप्त जानकरी के अनुसार ममता बनर्जी अपने वकील के साथ सीबीआई के दफ्तर पहुंची थी, उनके वकील ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सीबीआई के अधिकारियों से कहा कि मुझे भी गिरफ्तार किया जाए। बताते चलें कि नारद स्टिंग मामले में जांच के तहत आज सुबह तृणमूल कांग्रेस के दो मंत्रियों और एक विधायक के अलावा पूर्व मंत्री शोभन चटर्जी को भी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के निजाम पैलेस स्थित कार्यालय ले जाया गया था।
वही अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय बलों के साथ सीबीआई की एक टीम सोमवार सुबह हाकिम के चेतला आवास पर पहुंची और उन्हें जांच एजेंसी के कार्यालय ले गयी। राज्य के परिवहन और आवास मंत्री हाकिम ने दावा किया, ‘‘सीबीआई ने नारद मामले में मुझे गिरफ्तार किया है। हम अदालत में इस मामले को ले जाएंगे।” बताते चलें कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने सीबीआई के एक अनुरोध पर फिरहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी, मदन मित्रा और सोवन चटर्जी खिलाफ मामला चलाने की मंजूरी दी है। हकीम उस समय मंत्री थे जब कथित नारदा स्टिंग टेप सामने आया था।