नगर आयुक्त, जोनल अधिकारी आदमपुर, साहब लोगो, तनिक इस मुहल्ले में दो दिन से पडा कूड़ा तो उठवाने की व्यवस्था करवा दे
तारिक़ आज़मी
वाराणसी। एक तरफ कोरोना महामारी ने इन्सान और इंसानियत को हिला कर रखा हुआ है। बेशक जिला प्रशासन इस महामारी के काल में जी तोड़ मेहनत कर रहा है। जिलाधिकारी ने अधिनस्थो से सफाई व्यवस्था के ऊपर काफी दिशा निर्देश दिए हुवे है। मगर आज भी वाराणसी के कई मुहल्लों के सम्बन्ध में सोशल मीडिया पर सफाई व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे है। ऐसा ही मामला आदमपुर ज़ोन क्षेत्र के सलेमपुरा का सामने आया है जहा विगत 2 दिनों से कूड़ा बजबजा रहा है।
प्रकरण के सम्बन्ध में मिली जानकारी के अनुसार आज आदमपुर ज़ोन क्षेत्र के एक सोशल मीडिया ग्रुप के यूज़र ने एक फोटो शेयर करके अपना दर्द बयाँन किया है। फोटो के साथ लगी पोस्ट के अनुसार सलेमपुरा क्षेत्र में एक प्राचीन मस्जिद स्थित है। इस मस्जिद का नाम काली मस्जिद है। इस प्राचीन मस्जिद के पास 2 दिनों से कूड़ा नही उठा है। वैसे अगर आज के दिन को लेकर जोड़े तो फिर कूड़ा शायद शनिवार से नही उठा है। तीन दिन से पड़े कूड़े से बदबू और अन्य प्रकार की परेशानियो का सामना क्षेत्र के नागरिको को करना पड़ रहा है।
तस्वीर के साथ पोस्ट क्षेत्र के एक सम्भ्रांत धार्मिक गुरु के परिवार से सम्बन्धित युवक द्वारा किया गया है। तस्वीर कूड़े के लगे अम्बार को बयाँन करने के लिए काफी है। एक कूड़ा गाडी पूरी भर जाने के बाद आसपास उसके कूड़ा बिखरा पड़ा है। कूड़े के ढेर पर आवारा कुत्ते चहलकदमी करते भी फोटो में दिखाई दे रहे है। मस्जिद के ठीक पास लगे इस कूड़े के ढेर से आसपास के लोगो और नमाजियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा होगा ये बात तो साफ़ है।
अगर माहोल के अनुसार भी देखे तो इलाके के पास में ही मलीन बस्ती है। इस मलीन बस्ती में पड़े सूअर अक्सर इस तरफ निकल आते है। कूड़े के ढेर के कारण वह जानवर इन कूडो से खेलने लगते है। मगर इस तरफ नगर निगम के सफाई विभाग का ध्यान नही जाता है। नगर निगम के सफाई के नाम पर जितना भी दम्भ भरे मगर हकीकत बनावट के वसूलो से ढक नही पाती है। शायद हकीकत पर से पर्दा ये तस्वीर उठा रही है। हो सकता है कि इस खबर के बाद सुबह इलाके के सफाई सुपरवाईज़र द्वारा विशेष ध्यान देते हुवे इस कूड़े को उठवा लिया जाए। मगर कब तक ऐसा चक्कर चलता रहेगा कि इस इलाके में कूड़ा दो से तीन दिन यानी हफ्ते में दो बार ही नगर निगम उठाएगी ये एक बड़ा सवाल है।