जाने आखिर कैसे दुर्गाकुंड पोखरे में आत्महत्या की नीयत से कूदे युवक की जान चौकी इंचार्ज प्रकाश सिंह ने बचाया

इसके अलावा आज एक और बड़ी सफलता प्रकाश सिंह के हाथ लगी जब अथक प्रयास के बाद महज़ 12 घंटे में गुमशुदा मानसिक बीमार महिला को सकुशल तलाश लिया

ए जावेद

वाराणसी। वाराणसी के भेलूपुर थाना क्षेत्र स्थित दुर्गाकुंड पोखरे में पारिवारिक कलह से ऊब कर एक युवक ने कूद कर आत्महत्या का प्रयास किया। पैदल गश्त पर निकले दुर्गाकुंड चौकी इंचार्ज प्रकाश सिंह ने पोखरे में आत्महत्या के नियत से कूदे युवक को कूदते हुवे देख लिया और तुरत दौड़ कर उसको डूबने से बचाया। जिसके बाद युवक को समझा बुझा कर परिजनों के हवाले किया गया।

घटना के सम्बन्ध में मिली जानकारी के अनुसार बजरडीहा निवासी युवक दिलीप पटेल पांच भाई है। दिलीप पटेल को कष्ट इस बात का रहता था कि उसकी माता जी ने उसके सभी भाइयो के लिए बहुत कुछ किया और संपत्ति अच्छी खासी संपत्ति दिया। मगर उसको वह नज़रअंदाज़ करती है और उसको कुछ नही दे रही है। इसी मुद्दे को लेकर युवक की अक्सर अपने भाइयो से कलह होती रहती थी। पारिवारिक कलह से आजिज़ आकर आज दिलीप पटेल ने दुर्गाकुंड पोखरे में कूद कर अपनी जान देने का फैसला कर लिया और आत्महत्या हेतु पोखरे के पास पंहुचा।

घटना लगभग 7:30 बजे की है तभी उस पैदल गश्त पर निकले दुर्गाकुंड चौकी इंचार्ज प्रकाश सिंह की नज़र पोखरे में कूदे युवक पर पड़ गई। तुरंत चौकी इंचार्ज दुर्गाकुंड प्रकाश सिंह ने दौड़ कर पोखरे में छलांग लगाया और पानी में डूब रहे युवक को पकड़ कर बाहर निकाला। युवक अपनी जिद पर अड़ा था कि उसको मरना है। युवक को समझा बुझा कर पहले पुलिस कर्मी दुर्गाकुंड चौकी लाते है। पुलिस चौकी पर आने के बाद प्रकाश सिंह जिनका खुद का कपडा युवक को बचाने में भीग चूका था ने युवक को काफी समझाया बुझाया।

युवक से परिजनों का फोन नम्बर लेकर पुलिस कर्मियों ने परिवार के सदस्यों को बुलवा लिया। परिजनों का कहना था कि दिलीप को नशे की भी कुछ आदत है। हम चाहते है कि ये नशा छोड़ दे तो इसके लिए भी रोज़गार का इंतज़ाम कर दिया जाए। दुर्गाकुंड चौकी इंचार्ज प्रकाश सिंह ने युवक को समझा बुझा कर परिजनों के हवाले किया साथ ही मानसिक रूप से परेशान युवक की मुफ्त चिकित्सा हेतु भी व्यवस्था करवा कर परिजनों को चिकित्सको से संपर्क करवा दिया गया। युवक दुबारा भविष्य में आत्महत्या के बारे में नहीं सोचेगा ऐसा वायदा उसने दुर्गाकुंड पुलिस चौकी पर किया। युवक की माँ और उसके भाइयो ने घर के चश्म-ओ-चराग को सही सलामत बचा लेने के लिए दुर्गाकुंड चौकी इंचार्ज प्रकाश सिंह का आभार व्यक्त किया।

महज़ 12 घंटे में तलाश लिया गुमशुदा मानसिक बीमार महिला को

कल दिनाक 28 जून को दोपहर में मुर्ज़ापुर निवासी गोविन्द अपनी मानसिक रूप से बीमार चल रही बहन का इलाज करवाने दुर्गाकुंड स्थित एक निजी चिकित्सालय आये थे। इसी दरमियान उनकी बहन ममता कही परिजनों से बिछड़ कर रास्ता गूम हो गई और कही चली गई। गोविन्द और उनके साथ आये अन्य परिजनों ने गुमशुदा की पहले खुद से तलाश किया।

शाम घिर आई मगर फिर भी ममता का कही कुछ पता नही चला। जिसके बाद परेशान हाल गोविन्द ने अपनी बहन की गुमशुदगी की सुचना भेलूपुर थाना प्रभारी को प्रदान किया। गुमशुदगी की सुचना को तत्काल दर्ज कर दुर्गाकुंड चौकी प्रभारी प्रकाश सिंह को प्रकरण में जाँच सौपी गई। दुर्गाकुंड चौकी इंचार्ज ने महिला के गुमशुदगी के समय से सीसीटीवी फुटेज चेक करना शुरू किया। लगभग पूरी रात की मेहनत के बाद आखिर सफलता मिली और अहले सुबह गुमशुदा महिला रोहनिया थाना क्षेत्र के मोहन सराय बाई पास से सकुशल मिल गई। महिला के मिलने के बाद उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। परिजनों ने पुलिस की त्वरित कार्यवाही की भूरी भूरी प्रशंसा किया।

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