वाराणसी – कातिल चाईनीज़ मंझे को मिल सके मुकम्मल सजा इसके लिए उसकी तलाश में खुद सडको और गलियों में किया एडीसीपी (काशी) विकास चन्द्र त्रिपाठी ने भ्रमण
ए जावेद
वाराणसी। चाइनीज़ मंझे के कारण अक्सर घटनाए और दुर्घटनाये होती रहती है। प्रशासन की लाख सख्ती के साथ कार्यवाही के बावजूद कुछ मुनाफाखोर दुकानदार आम इंसान की ज़िन्दगी से खेलते हुवे खुद के मुनाफे के लिए इसको बेचते है। वही इनसे अधिक गुनाहगार वो लोग है जो चाईनीज़ मंझे को खरीदते और इस्तेमाल करते है। शायद उनको अपने लुत्फ़ के आगे किसी बेकसूर की जान की कीमत नही समझ आती होगी।
ऐसे तो चाईनीज़ मंझे के खिलाफ वाराणसी प्रशासन बार बार अभियान चलाता रहता है। मगर इसके बावजूद चोरी छुपे लोग चाईनीज़ मंझे बेचते और खरीदते है। इस क्रम में आज वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के एडीसीपी विकास चन्द्र त्रिपाठी और एडीएम सिटी गुलाब चन्द्र ने दालमंडी के पतंग और मंझे के दुकानदारों के गोदाम की जानकर तलाशी लिया। इस अभियान में उनके साथ एसीपी दशाश्वमेघ अवधेश पाण्डेय, थाना चौक इस्पेक्टर डॉ आशुतोष तिवारी, दालमंडी चौकी इंचार्ज सौरभ पाण्डेय, पियरी चौकी इंचार्ज श्रीमान नारायण पाण्डेय और दल बल मौजूद था।
इस कड़ी में दालमंडी क्षेत्र के एक एक पतंग के और मंझे के होलसेलर से लेकर रिटेलर तक के गोदामों में तलाशी अभियान चला। हर एक गोदाम और दूकान के अन्दर पूरी तलाशी हुई। मंझे के सम्बन्ध में पूछताछ हुई। पुलिस ने कोई भी ऐसी दूकान और गोदाम नही छोड़ा जिसमे तलाशी अभियान नही चला हो। परन्तु पुलिस को कही कोई चईनीज़ मंझा नही मिला। इस कार्यवाही के बाद एडीसीपी काशी विकास चन्द्र त्रिपाठी मुख्यमंत्री के सम्भावित दौरे के मद्देनज़र बेनियाबाग़ क्षेत्र का भी निरिक्षण किया।
इस दरमियान वापस जाते समय विगत दो दिनों से चर्चा में आये बेनियाबाग स्थित मन्दिर के चबूतरे के सम्बन्ध में एडीसीपी काशी विकास चन्द्र त्रिपाठी ने स्थानीय चौकी इंचार्ज मिथलेश यादव से जानकारी हासिल किया साथ ही मौके का मुआयना भी किया। चौक पुलिस को चाईनीज़ मंझे पर कड़ी नज़र रखने का भी निर्देश दिया।
चौक पुलिस की सख्ती ने तोड़ी चाईनीज़ मंझे के कारोबार की कमर
चाईनीज़ मंझे के काले कारोबार का कभी हब बने दालमंडी आदि इलाको में इसके प्रतिबंधित होने के बाद से कारोबार काफी कम हो गया था। मगर कुछ मुनाफाखोर इस कारोबार को चोरी छुपे चला रहे थे। मगर सूत्रों की माने तो दशाश्वमेघ एसीपी अवधेश पाण्डेय, चौक थाना प्रभारी डॉ आशुतोष तिवारी, दालमंडी चौकी इंचार्ज सौरभ पाण्डेय के अथक प्रयासों से इस इलाके से चाईनीज़ मंझे का काला कारोबार लगभग पूरी तरीके से बंद हो चूका है।
इस पुलिस की सफलता में सबसे अधिक योगदान यदि किसी का रहा है तो वह चौक थाना प्रभारी डॉ आशुतोष तिवारी का है। क्षेत्रीय चर्चाओं को आधार माने तो डॉ आशुतोष तिवारी के आने के बाद रोज़ ही लगभग तीन चक्कर वो पुरे क्षेत्र में पैदल गश्त करते है। इसका खौफ काले कारोबारियों को बैठा कि कब कहा से वह आ जाये और काले कारोबार को पकड़ ले। शायद इसी खौफ के कारण चाईनीज़ मंझे का काला कारोबार इस इलाके से लगभग बंद हो गया। बताया जाता है कि इससे क्षेत्र की आम जनता और दूकानदार भी प्रसन्न है।