ओमकारलेश्वर निवासी सलमान की मौत का कारण बने दो टप्पेबाज़ चढ़े पुलिस के हत्थे, तीसरा फरार

शाहीन बनारसी संग ए जावेद

वाराणसी। वाराणसी के चौक थाना क्षेत्र स्थित रेशम कटरा में एक सोने चादी की दूकान पर काम करने वाले ओमकारलेश्वर निवासी सलमान की उसके दुकानदार कलीम और उसके साथियों ने पीट पीट कर हत्या कर दिया था। सलमान पर कलीम को शक था कि उसने उसकी दूकान से 300 ग्राम सोना चुराया है। जबकि सलमान लगातार चिल्लाता रहा कि उसके साथ टप्पेबाज़ी हुई है। मगर जालिमो ने एक न सुनी। उसकी इस कदर पिटाई किया गया कि सलमान की मौत हो गई। सलमान के मरने के बाद मामला पुलिस के पास पहुचता है। पुलिस मामले में छानबीन शुरू करती है तो कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित कन्हैया अलंकार मन्दिर के पास सलमान दो टप्पेबाजों के साथ दिखाई देता है और पुलिस को इस बात का साक्ष्य मिल जाता है कि सलमान के साथ टप्पेबजी हुई है।

इस टप्पेबाज़ी की पुष्टि होने के बाद डीसीपी (काशी) के निर्देश पर कोतवाली थाने में टप्पेबाजी का मामला दर्ज होता है। वही चौक पुलिस एक बड़े प्रयास के बाद सलमान के हत्यारोपी कलीम और उसके तीन अन्य साथियों को तलाश लेती है और घटना का खुलासा करती है। दुसरे तरफ डीसीपी काशी अमित कुमार के निर्देशन में कोतवाली में दर्ज टप्पेबाजी की घटना के अनावरण हेतु चौक और कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम का गठन होता है और टप्पेबाजों की सुरागगशी चालु होती है। सुरग्गाशी के दरमियान पुलिस उस लाज तक पहुच जाती है जिस लाज में टप्पेबाज़ आकर रुके थे।

लाज से दस्तावेज़ और अन्य सबूत इकठ्ठा करने के उपरांत टप्पेबाजों की तलाश पुलिस को बिहार स्थित किशन गंज लेकर पहुच जाती है। किशनगंज से छापेमारी में पुलिस ने टप्पेबाज़ इरफ़ान को गिरफ्तार किया और बिहार से ट्रांजिट रिमांड पर उसे वाराणसी लेकर आई। वाराणसी में उससे कड़ाई से पूछताछ करने पर पता चला कि उसका एक और साथी इकबाल हुसैन वाराणसी में ही रहकर आगामी त्योहारों पर टप्पेबाज़ी करने के लिए टारगेट सेट कर रहा है। वही हमारा तीसरा साथी अनवर अली महाराष्ट्र में है जो त्योहारों पर हमारे साथ आकर मिल जायेगा। जानकारी होने के बाद मिले सुरागो को समेटते हुवे पुलिस टीम ने कल शुक्रवार देर रात पडाव-राजघाट से दुसरे टप्पेबाज़ इकबाल हुसैन को भी गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस को इन टप्पेबाजों के कब्ज़े से सलमान से हुई टप्पेबाज़ी का 100 ग्राम सोना बरामद हुआ था। गिरफ्तार करने वाली चौक और कोतवाली की संयुक्त टीम में ब्रह्मनाल चौकी इंचार्ज एसआई प्रकाश सिंह, सप्तसागर चौकी इंचार्ज प्रभाकर सिंह, दालमंडी चौकी इंचार्ज सौरभ पाण्डेय, अम्बिया मंडी चौकी इंचार्ज अखिलेश वर्मा सहित काल भैरव चौकी इंचार्ज राम रतन पाण्डेय की महती भूमिका रही। गिरफ्तार अभियुक्तों को मीडिया के सामने एडीसीपी (काशी) ज़ोन ने प्रस्तुत किया।

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