कुख्यात डकैत गौरी यादव युपी एसटीऍफ़ से हुई मुठभेड़ में हुआ ढेर, आतंक का दूसरा नाम था साढ़े पांच लाख का इनामिया गौरी यादव

तारिक आज़मी (इनपुट आदिल अहमद)

कानपुर। चित्रकूट के बीहड़ में आतंक और खौफ का दूसरा नाम बना साढ़े पांच लाख का इनामिया दस्यु गौरी यादव आज तडके उत्तर प्रदेश की एसटीऍफ़ से आमने सामने हुई मुठभेड़ में ढेर हो गया। चित्रकूट के जंगलो ने आतंक और खौफ का दूसरा नाम गौरी यादव था। आज अततः उत्तर प्रदेश पुलिस ने आतंक के आखरी नाम को भी समाप्त कर दिया। इसी के साथ चित्रकूट के जंगलो में दस्यु आतंक का खात्मा हो चूका है।

ददुआ और ठोकिया गैंग का डकैत गौरी यादव बीहड़ में आतंक का बड़ा नाम बन चूका था। गौरी यादव लगभग 20 साल पहले अपराध की ककहरा सीख कर डकैती की दुनिया में कदम रखता है। ददुआ गैंग का जल्द ही ये सबसे बड़ा सदस्य बन गया था। ददुआ और ठोकिया के ठोके जाने के बाद से ये लम्बे समय से अंडरग्राउंड हो गया था। 2005 में इसने अपना खुद का गैंग बनाया था। जिसके बाद आतंक और खौफ इनसे पुरे इलाके में अपने नाम का पैदा कर डाला था।

अंडरग्राउंड होने के बाद काफी समय से इसका कोई पता नही चल रहा था। लेकिन लगभग चार महीने पहले इसने अचानक चित्रकूट जंगल में फायरिंग करके दहशत फैला दिया था। इसके बाद पुलिस के मुख्य निशाने पर गौरी यादव था और पुलिस इसकी सरगर्मी से तलाश कर रही थी। आज तडके लगभग 3:30 बजे इसकी बहिलपूरवा थाना क्षेत्र के माधव बाँध के पास एसटीऍफ़ से मुठभेड़ हो गई। पुलिस को गौरी के पास से एक एके47 और भारी मात्रा में असलहा बरामद हुआ है। गौरतलब है कि 31 मार्च को इसी बांध के पास डाकू गौरी गैंग के 25000 के इनामी भालचंद को भी एसटीएफ और पुलिस ने मुठभेड़ कर मार गिराया था।

गौरी यादव चित्रकूट जिले के बहिलपुरवा थाना क्षेत्र के बेलहरी गांव का रहने वाला था। उसकी तलाश में कई पुलिस टीमें लगी थीं। डकैत गौरी यादव ने मई 2013 में दिल्ली से मामले की जांच करने पहुंचे दारोगा की हत्या कर दी थी। इसके बाद मई 2016 में गोपालगंज में तीन ग्रामीणों को खंभे से बांधकर गोली मार दी थी। इसके बाद उत्तर प्रदेश के तत्कालीन डीजीपी जावेद अहमद ने गौरी पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया था।

2008 में ददुआ और कुछ दिन बाद ठोकिया के मारे जाने के बाद 2009 में गौरी यादव भी गिरफ्तार हो गया था। बाद में वह जमानत पर बाहर आ गया था। ज़मानत पर बाहर आने के बाद गौरी यादव फरार हो गया था। चित्रकूट जिले के फरार डकैत गौरी यादव के सिर पर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश शासन ने इस साल जुलाई में संयुक्त रूप से साढ़े पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। गौरी यादव पर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में हत्या, अपहरण, फिरौती तथा सरकारी काम में बाधा डालने के लगभग 50 मामले दर्ज थे।

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