लखीमपुर हिंसा और केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग को लेकर किसानो का आज रेल रोको आन्दोलन, कई ट्रेने रद्द, कई किसान नेता नज़रबंद, जाने ताज़ा हालात
फारुख हुसैन के इनपुट सहित शाहीन बनारसी
डेस्क. लखीमपुर खीरी के तिकुनिया हिंसा के बाद किसानों ने पूरे प्रदेश में विरोध दर्ज कराया था। अब संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर रेल रोको आंदोलन हो रहा है। किसान आंदोलन को देखते हुए पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने कई ट्रेनों को निरस्त कर दिया है। लखनऊ जंक्शन मैलानी ट्रेन सोमवार को सीतापुर में ही टर्मिनेट कर दी जाएगी तथा मैलानी लखनऊ जंक्शन ट्रेन सीतापुर से ही चलाई जाएगी। सीतापुर मैलानी के बीच ट्रेन निरस्त रहेगी। ऐसे ही (05361-62) बहराइच मैलानी तथा (05357-58) बहराइच नानपारा ट्रेन को निरस्त कर दिया गया है।
मोर्च की रणनीति है कि इस आंदोलन का पूरे प्रदेश में असर दिखे। लखीमपुर कांड के बाद किसानों का आक्रोश इस बार प्रदेश में पूर्वी हिस्सों में भी दिखा है। मोर्चा चाहता है कि यह आक्रोश किसानों में बना रहे। इसके लिए कई बार बैठकें कर आंदोलन की तैयारियां की गईं हैं। आजमगढ़ रेलवे स्टेशन पर रेल रोकने के लिए जा रहे जय किसान आंदोलन के प्रदेश उपाध्यक्ष राजनीति यादव को पुलिस ने नजरबंद कर दिया। वो घर से निकलने की तैयारी में थे। लेकिन थाना प्रभारी सरायमीर अनिल कुमार सिंह ने उन्हें खानपुर स्थित आवास में ही नजरबंद कर दिया।
राजनीति यादव ने कहा कि सरकार द्वारा तीनों कृषि कानून रद्द करने, एमएसपी पर गारंटी को लेकर किसानों का आंदोलन चल रहा है। लखीमपुर खीरी में गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे ने कार से रौंद कर किसानों की निर्मम हत्या कर दी। लेकिन गृह राज्यमंत्री पर 120बी का मुकदमा दर्ज होने के बावजूद अभी तक गिरफ्तारी न होना, पद पर बने रहना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को पूरे प्रदेश में रेल रोको आंदोलन की अपील पर हम सभी किसान भाई आजमगढ़ रेलवे स्टेशन पर रेल रोकने जा रहे थे। लेकिन सुबह ही थाना सरायमीर इंस्पेक्टर द्वारा पुलिस फोर्स भेज पर मुझे घर पर ही नजरबंद कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार का यह रवैया अंग्रेजों के क्रूर व दमन पूर्वक शासन की याद दिला रही है।
पंजाब में किसानों का रेल रोको आंदोलन शुरू हो गया है। विभिन्न जगहों पर किसान रेलवे ट्रैक पर जुट हैं। इस दौरान वहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है। भारी संख्या में पुलिसबल भी तैनात है। अमृतसर रेलवे स्टेशन पर किसानों का जमावड़ा हो गया है। ट्रेनों का संचालन पूरी तरह से ठप है। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक दो ट्रेनों को देरी से चलाने की बात कही गई है। हालांकि रद्द नहीं किया गया है। अमृतसर-जयनगर और अमृतसर-श्री नांदेड़ साहिब ट्रेन देरी से चलेगी। देवी दासपुरा में भी किसान रेलवे ट्रैक पर धरने पर बैठ गए हैं।
किसानों ने फिरोजपुर-लुधियाना और फिरोजपुर-फाजिल्का सेक्शन पर रेलवे ट्रैक पर धरना देना शुरू कर दिया है। इस सेक्शन पर चलने वाली पांच पैसेंजर ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। किसान कृषि कानूनों को रद्द करने और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री की बर्खास्तगी की मांग पर अड़े हैं।