सदफ आलम बनी नेशनल वेलफेयर काउंसिल की क्षेत्रीय अध्यक्ष
ए0 जावेद संग शाहीन बनारसी
वाराणसी। वाराणसी की महिला समाजसेविका और भाजपा नेत्री सदफ आलम को नेशनल वेलफेयर काउंसिल ने अल्पसंख्यक महिला प्रभाग काशी प्रान्त का क्षेत्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया है। नेशनल वेलफेयर काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत बरनवाल ने एक प्रेस नोट के माध्यम से इसकी सुचना मीडिया को प्रदान किया।
इस नियुक्ति की जानकारी आते ही सदफ आलम के समर्थको में ख़ुशी की लहर दौड़ पड़ी। आज सुबह से ही उनके आवास पर बधाई देने वालो का तांता लगा हुआ था। इस दरमियान हमारी सहयोगी शाहीन बनारसी से बात करते हुवे सदफ आलम ने कहा कि खिदमत-ए-खल्क हमारे रगों में बसा हुआ है। इस खिदमत-ए-खल्क के जज्बे को मेरे और भी मजबूत नेशनल वेलफेयर काउंसिल ने किया है। हम राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत बरनवाल की शुक्रगुज़ार है कि उन्होंने मुझको इस लायक समझा है। मैं उनकी उम्मीदों पर खरा उतरूंगी।
सदफ आलम ने हमारी सहयोगी शाहीन बनारसी से बात करते हुवे कहा कि मुस्लिम महिलाओं को जो लोग अशिक्षित समझते है और खुद को ही पढ़ा लिखा समझने का वहम पाल बैठते है उनके लिए दो नाम जवाब है शाहीन बनारसी और सदफ आलम। हम वो मुस्लिम महिलाए है जो पुरे मुआशरे के लिए एक मिसाल है। हम सडको पर खड़े रहकर खुद को मॉडर्न नही साबित करते है। हम समाज के वो हिस्सा है जो इंसानियत की खिदमत भी करते है मगर तहजीब के दायरे में रहकर।
सदफ आलम ने कहा कि हम खिदमत-ए-खल्क खुद के शौक और अरमानो एक लिए करते है। कई ऐसे भी लोग इस दुनिया में है कि चंदा लेकर गरीबो में तकसीम करने के लिए पुड़ी बनवाते है और उसको खुद खाते है। खिदमत-ए-खल्क एक जज्बा होता है जो खून की रवानगी में समाया होता है। उसके लिए झूठे आडम्बर की ज़रूरत नही होती है।