गन्ने के खेत में एक युवक की लाश मिलने से इलाके में मचा हडकंप
फारुख हुसैन
लखीमपुर खीरी। लखीमपुर खीरी जिले में गन्ने के खेत में एक शव क्षत विक्षिप्त हालत में बरामद हुआ। जिससे पुरे इलाके में सनसनी फ़ैल गई। सूचना मिलते ही आनन-फानन में मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल में जुट गई। मिली जानकारी के अनुसार, मामला लखीमपुर खीरी जिले के कोतवाली गोला के हैदराबाद थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। जहां एक प्रॉपर्टी डीलर की हत्या कर दी गई। उसका शव एक गन्ने के खेत से बरामद हुआ। शव का एक हाथ और पैर गायब है। पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है। उनके पास से मृतक का मोबाइल और बाइक बरामद हुई है। घटना के पीछे पुरानी रंजिश बताई जा रही है।
बताते चले कि हैदराबाद थाना क्षेत्र के गांव काजरकोरी में रहने वाला संदीप वर्मा (30) गोला कस्बे के मोहल्ला भारत भूषण कालोनी में रहता था। वह प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता था। बताया जा रहा है कि संदीप वर्मा एक नवंबर को अपनी बाइक से घर से निकला, लेकिन देर रात तक वापस घर नहीं पहुंचा। परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। दो नवंबर को घर वालों ने हैदराबाद थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस ने संदीप की तलाश शुरू कर दी।
अगले दिन घर वालों ने गांव के ही कुछ लोगों पर संदीप को गायब कर देने की आशंका जाहिर की। पुलिस ने उनको हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी। उधर संदीप को तलाश रही पुलिस टीम के हाथ कुछ ऐसे तथ्य लगे। जिससे हिरासत में लिए गए चारों लोगों पर पुलिस को भी शक हो गया। पुलिस ने चारों से कड़ी पूछताछ की। जिसमें वह टूट गए और अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने चारों की निशानदेही पर जड़ौरा गांव के बाहर एक गन्ने के खेत से संदीप का शव बरामद कर लिया।
शव के हाथ पैर कटे हुए हैं। उसको धारदार हथियारों से मारा गया है। पुलिस को संदीप का एक हाथ और एक पैर नहीं मिला है। आरोपियों का कहना है कि उसको उन्होंने नदी में फेंक दिया है। पुलिस उसकी तलाश करवा रही है। पुलिस ने आरोपियों के पास से संदीप की बाइक और उसका मोबाइल भी बरामद किया है। एसपी विजय ढुल रात में ही हैदराबाद थाने पहुंचे और आरोपियों से पूछताछ की। एसपी ने मृतक के परिजनों से भी बात की है और उनको ढांढस बंधाया।
बताया जा रहा है कि कुछ साल पहले संदीप के गांव के एक युवक पर जानलेवा हमला हुआ था। उसने हैदराबाद थाने पर मुकदमा दर्ज कराया था। उस मुकदमे में संदीप गवाह था। इसी वजह से आरोपी उससे रंजिश मान रहे थे और संदीप की हत्या करने की प्लानिंग कर रहे थे। जिसमें आरोपियों ने जड़ौरा गांव के रामकुमार को भी मिला लिया। रामकुमार संदीप का बचपन का सहपाठी रहा है और एक दूसरे को अच्छे से जानते थे। रामकुमार के बुलाने पर संदीप आसानी से आ गया और आरोपियों ने उसकी हत्या कर दी।