चंदौली स्वाट टीम प्रभारी राजीव कुमार सिंह के हाथ लगी बड़ी सफलता, अंतर्राजीय वाहन चोरो का गैंग पकड़ कर 9 चोरी की कारें किया बरामद
तारिक़ आज़मी संग शाहीन बनारसी
चंदौली। पुलिस अधीक्षक चंदौली अंकुर अग्रवाल के निर्देशन में स्वाट टीम, सेर्विसलौंस सेल एवं चंदौली कोतवाली को एक बड़ी सफलता उस समय हाथ लगी जब 3 वाहन चोरो को गिरफ्तार कर 9 चोरी की कारें बरामद किया और अंतर्राजीय वाहन चोरो के गैंग का सफल खुलासा किया। बरामद कारो में 8 अदद स्विफ्ट डिजायर और एक स्कार्पियो है। सभी वाहन चोरो को कल दीपावली के रोज़ शाम को रिलायंस पेट्रोल पम्प के पास से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस को अपने सूत्रों से जानकारी मिली कि एक अंतर्राजीय वाहन चोरो का गैंग है जो मध्य प्रदेश से 4 पहिया वाहनों को चुराकर वाराणसी आरटीओ के दलाल के माध्यम से गाडी के फर्जी कागज़ाद और एनओसी आदि बनाकर बिहार में वाहनों को बेचते है। पुलिस अधीक्षक चंदौली ने इस गैंग के खुलासे के लिए अनुभवी इंस्पेक्टर स्वाट टीम प्रभारी राजीव कुमार सिंह के नेतृत्व में स्वाट टीम, सेर्विसलौंस सेल और चंदौली कोतवाली पुलिस की एक टीम का गठन कर इस गैंग के खुलासे की ज़िम्मेदारी सौंपी।
अपने कप्तान की उम्मीदों पर खरे उतरते हुए पुलिस टीम ने कल शाम को रिलायंस पेट्रोल पम्प के पास से 3 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्ज़े से 9 चोरी की कारें, 19 अदद आधार कार्ड, 6 अदद आधार कार्ड की रंगीन फोटो कॉपी, 1 अदद आधार कार्ड का ब्लैक प्रोफार्मा, 1 मॉनिटर, 2 लैपटॉप, 1 प्रिंटर, 1 बायोमेट्रिक मशीन, 3 एटीएम कार्ड, 4 मोबाइल और 1200 रुपया नगद बरामद किया।
गिरफ्तार अभियुक्तों में चौकाघाट के ढेलवरिया निवासी मिथिलेश कुमार मौर्या, चंदौली के इलिया निवासी शिवाजी, नक्खीघाट पहाड़िया निवासी पालचंद नियोगी उर्फ़ बबलू है। इस मामले में पुलिस को चोलापुर थाना क्षेत्र के हाजीपुर निवासी धीरज चौबे और मध्य प्रदेश के बंखेढी निवासी कमल सिंह की तलाश है। गिरफ्तार अभियुक्तों में मिथिलेश ने बताया कि पिछले 3 वर्षो में वह कई चोरी की कारें बेच चूका है और उसका साथी कमल मध्य प्रदेश में गाड़ियों की चोरी करता है। जिसके बाद वह और धीरज चोरी के इन वाहनों को भोपाल से वाराणसी लाते है।
अभियुक्त मिथिलेश ने बताया कि चोरी की इन गाडियों को वाराणसी लाने के बाद इन गाडियों के फर्जी वाहन स्वामी का फर्जी आधार कार्ड, जिसका नाम व पता भी फर्जी रहता है, उसको शिवाजी द्वारा बना दिया जाता है। जिसके बाद पाल चंद नियोगी उर्फ़ बबलू जो आरटीओ का दलाल है के द्वारा इन वाहनों को 1 लाख रूपये प्रति वाहन के दर से लेकर फर्जी ढंग से आरटीओ वाराणसी से वाहनों के कागज़ाद बनवाकर आरटीओ कार्यालय वाराणसी में रजिस्ट्रेशन करवाकर वह कागज़ाद मुझे दे देता है और मै इन वाहनों को ओएलएक्स अथवा अन्य एजेंटो की मदद से 4-5 लाख की कीमत पर बेच देता हु।
गिरफ्तार करने वाली टीम में स्वाट टीम प्रभारी राजीव सिंह, सेर्विसलौंस सेल प्रभारी शैलेन्द्र प्रताप सिंह, कोतवाली चंदौली प्रभारी अनिल कुमार पाण्डेय और उनकी टीम शामिल थी। पुलिस प्रकरण में मामला दर्ज कर आगे की विधिक कार्यवाही कर रही है। वही चंदौली एसपी ने इस गिरफ्तारी को करने वाली पुलिस टीम के लिए पुरस्कार की संस्तुति किया है।