सेल्फी विथ आर्यन खान वाले किरण गोसावी उर्फ़ किरण गोस्वामी पर दर्ज है 45 लाख की धोखाधड़ी का मेरठ में भी मुकदमा, पुणे जेल से मेरठ लाने की तैयारी में है उत्तर प्रदेश पुलिस
शाहीन बनारसी (मेरठ से सिद्धार्थ शर्मा के इनपुट सहित)
मेरठ। बहुचर्चित ड्रग्स मामले में एनसीबी ने आर्यन खान को गिरफ्तार किया था। मुंबई में गिरफ्तारी से थाने की हवालात तक एक शख्स आर्यन खान के साथ दिखा था। उसे कभी एनसीबी कर्मचारी तो कभी भाजपा कार्यकर्ता बताकर राजनीति चलती रही। इस दरमियान उसका सेल्फी विथ आर्यन खान वायरल होने लगा था। जिसके बाद उसकी शिनाख्त किरण गोसावी के रूप में हुई। मगर इस रहस्यमई किरण गोसावी की हकीकत तब खुली जब पुणे पुलिस ने उसको एक धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया था।
बताते चले कि महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने आर्यन की गिरफ्तारी के दौरान इस शख्स के साथ सेल्फी वायरल होने के बाद एनसीबी डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर सवाल उठाए थे। बाद में एनसीबी ने जांच की और इस शख्स से कोई भी संबंध न होना बताया था। इसके बाद किरण गोसावी की पुणे में गिरफ़्तारी एक धोखाधड़ी मामले में हुई थी। धीरे धीरे किरण गोसावी की हकीकत खुलने लगी और उसका एक और नाम किरण गोस्वामी सामने आया। फिलहाल किरण गोसावी उर्फ़ किरण गोस्वामी महाराष्ट्र के पुणे जेल में निरुद्ध है।
अब किरण गोसावी उर्फ़ किरण गोस्वामी पर मेरठ में दर्ज एक 45 लाख की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। 45 लाख रुपये की ठगी के मामले में आरोपी किरण गोसावी उर्फ़ किरण गोस्वामी मेरठ से वांछित चल रहा था। जब आर्यन खान के ड्रग्स प्रकरण हुआ और किरण की फोटो वायरल हुई तो उसके बाद आरोपी सुर्खियों में आया और उत्तर प्रदेश पुलिस भी हरकत में आई है। उत्तर प्रदेश की मेरठ पुलिस उसे बी-वारंट पर लाने के लिए तैयारी कर दी है।
गौरतलब हो कि किरन गोसावी मूलरूप से गौतमबुद्धनगर के पोडियम 30 ऐवन्यू 14 टावर डी गौर सिटी-2 का निवासी है। किरन गोसावी के खिलाफ मेरठ के सिविल लाइन थाने में ठगी का मुकदमा है। आरोपी लोगों को विदेश भेजने के नाम पर कई राज्यों में ठगी करता था। मुजफ्फरनगर निवासी रहबर रजा और उसके भाई से दस लाख रुपये की ठगी हो चुकी है। इसके अलावा कंपनी की फ्रेंचाइजी देने की बात कहकर मेरठ में किरन गोसावी कई लोगों से धोखाधड़ी कर चुका है। आर्यन के साथ किरन गोसावी का फोटो वायरल होने पर ठगी के शिकार हुए रहबर रजा सिविल लाइन थाने में पहुचे। रजा ने बताया कि 26 फरवरी 2020 को उन्होंने धोखाधड़ी का मुकदमा सिविल लाइन थाने में कराया था। पीड़ित ने कहा कि आरोपी डेढ़ साल से मेरठ से वांछित है और वह खुलेआम आर्यन के साथ मुंबई में सेल्फी लेता दिख रहा है। इसकी जानकारी लगते ही सिविल लाइन पुलिस ने किरन गोसावी की तलाश की तो पता चला कि वह पुणे जेल में बंद है।
एसपी सिटी विनीत भटनागर का कहना कि किरन गोसावी को पुलिस बी-वारंट पर मेरठ लाएगी। आरोपी के बारे में जानकारी जुटाई गई है, जिसमें पता चला कि वह शातिर है और पहले भी लोगों को विदेश भेजने के नाम पर ठगी कर चुका है। ठगी के मामले में वह पुणे की जेल में बंद है। मेरठ पुलिस की एक टीम पुणे भेजी गई थी। बी-वारंट मंजूर होने पर आरोपी से गहनता से पूछताछ होगी।