सरकार और समस्त व्यवस्थाओं पर हावी हुआ एक बार फिर नक़ल सिंडिकेट, पेपर लीक, परीक्षा निरस्त, कुछ गिरफ्तार, चल रही जाँच, निराश परीक्षार्थी
मुकेश यादव संग तारिक खान
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UPTET) आज यानी 28 नबंवर को आयोजित होने वाली थी। लेकिन प्रशासन के कड़े इंतजाम के बावूजद भी UPTET का पेपर लीक हो गया जिसके बाद इस परीक्षा को कैंसिल कर दिया गया। अब ये परीक्षा एक महीने बाद दोबारा आयोजित कराई जाएगी। बताया जा रहा है कि मथुरा बुलंदशहर गाजियाबाद में व्हाट्सएप पर पेपर लीक हुआ है। इस परीक्षा को लेकर प्रदेश भर में कुल 4309 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जहां कुल 21 लाख 65 हजार से अधिक अभ्यर्थी परीक्षा देने वाले थे।
इस दरमियान युपीएसटीऍफ़ ने सॉल्वर गिरोह के कई लोगो को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ जारी है। इसके साथ ही पुलिस की कई टीमें भी लगाई गई। वहीं पेपर लीक होने के बाद एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया प्रयागराज, पश्चिमी उत्तर प्रदेश से कई आरोपी हिरासत में लिये गये है। पेपर कराने वाली एजेंसी भी शक के घेरे में है। पेपर कराने वाली एजेंसी ब्लैक लिस्ट की जाएगी।
फिर सरकार पर हॉबी नकल माफिया
पेपर लीक होने की वजह से परीक्षा रद्द कर दिया गया है। इसी के साथ सॉल्वर गैंग के कई मेंबर्स को भी गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ चल रही है और पुलिस मामले की जांच कर रही है। मगर इन सबके बीच एक बात तो खुल कर सामने आ गई है कि शासन प्रशासन लाख दावे करे, नगर माफिया खुद को मजबूत एक बार फिर साबित कर गए है। पेपर कहा से लीक हुआ इसकी जानकारी पुलिस अपनी जाँच में जुटा रही है। मगर नक़ल माफियाओं का जुगाड़ एक बार फिर ज़ाहिर हो गया कि परीक्षा शुरू होने से पहले ही प्रश्नपत्र लीक हुआ और ऐसा लीक हुआ कि सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
फिलहाल पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, मथुरा, गाजियाबाद, बुलंदशहर के व्हाट्सएप ग्रुप पर वायरल हुआ था पेपर। वहीं, बताया जा रहा है कि एक महीने बाद दोबारा परीक्षा आयोजित की जाएगी। साथ ही, अभ्यर्थियों को दोबारा कोई भी फीस नहीं देनी होगी। बताते चले कि इस बार UP-TET में 21 लाख 65 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। सुबह परीक्षार्थी अपने अपने केन्द्रों तक पहुच भी चुके थे। जद्दोजेहद चल रही थी कि गेट के अन्दर जाने के लिए क्या क्या डाक्यूमेंट्स चाहिए। मगर आखरी लम्हों में पेपर लीक हुआ और पूरी तैयारी धरी की धरी रह गई। परीक्षा दो पालियों में होनी थी। पहली पाली में सुबह 10 से 12:30 बजे के बीच प्राथमिक स्तर और दूसरी पाली दोपहर 2:30 से 5 बजे के बीच उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा होनी थी। पहली पाली में 2554 केंद्रों पर प्राथमिक स्तर की परीक्षा होनी थी।
UPTET में पहली बार लाइव CCTV सर्विलांस की व्यवस्था की गई थी। इसका मकसद हर हाल में बिना नकल के परीक्षा कराना था, हालांकि इस दावे की धज्जियां महज घंटे भर के अंदर उड़ गईं। इसे हर परीक्षा केंद्र पर एक्टिव किया गया था। इसकी मॉनिटरिंग लखनऊ में हो रही थी। दावा किया गया था कि यदि किसी भी परीक्षा केंद्र पर किसी तरह की गड़बड़ी की गई तो वह फौरन पकड़ में आ जाएगी। हालांकि, इस सब से पहले ही परीक्षा का पर्चा लीक होने से उसे कैंसिल करना पड़ा। सभी दावे धरे के धरे रह गए। नक़ल माफियाओ ने खुद को बड़ा साबित कर डाला। पुलिस मामले की जाँच में जुटी हुई है। कुछ गिरफ्तारियां हुई है। पुलिस इस मामले में जड़ तक पहुचना चाहती है। गिरफ्तार लोगो से पूछताछ हो रही है। शाम तक बड़ी खबर आने की भी संभावना व्यक्त किया जा रहा है।