फिर हुए भाजपा सांसद वरुण गांधी अपने ही सरकार पर हमलावर
आदिल अहमद
नई दिल्ली। भाजपा सांसद वरुण गांधी भाजपा के सांसद होते हुए भी लगातार अपने पार्टी के सरकारों के खिलाफ हमला कर रहे है। उन्होंने कोई मौका नहीं छोड़ा और वह किसानो और नौजवानों के मुद्दों को लेकर निरंतर पार्टी के सरकारों पर निशाना साधते रहे है। अभी हाल ही में वरुण गाँधी ने कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा था। कृषि कानूनों के खिलाफ निशाना साधने के बाद अब सांसद वरुण गाँधी ने यूपी शिक्षक पात्रता परीक्षा में पेपर लीक होने के मामले को लेकर प्रदेश की योगी सरकार को घेरे हुए है।
भाजपा सांसद वरुण गाँधी ने कहा कि पहले तो सरकारी नौकरी नहीं है। फिर मौका आया तो पेपर लीक हो गया और फिर परीक्षा दे दी तो सालो साल रिजल्ट नहीं या फिर किसी घोटाले में रद्द हो जाता है। उन्होंने कहा कि रेलवे ग्रुप डी के सवा करोड़ नौजवान 2 सालो से परिणाम के इंतज़ार में है। सेना में भर्ती का भी यही हाल है। आखिर हमारे देश भारत के नौजवान कब तक सब्र करते रहेंगे? कृषि कानूनों के बाद अब पेपर लीक के मामले को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए भाजपा सांसद वरुण गाँधी काफी चर्चे में है।
वरुण गांधी भाजपा सांसद होते हुए भी अपने पार्टी के सरकारो के खिलाफ हमलावर रहे है और कृषि कानूनों को लेकर किसानो का और पेपर लीक के मामले को लेकर नौजवानों का उन्होंने सहयोग करते हुए प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है जबकि वह भाजपा के सांसद भी है, फिर भी उन्होंने किसानो और नौजवानों का सहयोग करते हुए निरंतर सरकार को निशाने पर ले रहे है। इसी बीच टीईटी पेपर लीक मामले में खुलासा हुआ है कि परीक्षा नियामक प्राधिकारी के सचिव संजय उपाध्याय और आरएसएम फिनसर्व लि। के निदेशक अनूप प्रसाद के बीच पुराने रिश्ते रहे हैं और बताया जा रहा है कि पूर्व में संजय की तैनाती नोएडा में भी रही है।
वही सूत्रों का कहना है कि जांच एजेंसी एसटीएफ को जानकारी मिली है कि प्रश्नपत्र छपने का काम देने से पहले नोएडा के पांच सितारा होटल में संजय और अनूप के बीच मीटिंग भी हुई थी। बताते चले कि यह काम 13 करोड़ रुपये का था, लेकिन काम देने से पहले न तो परीक्षा का काम लेने वाली कंपनी का टर्न ओवर देखा गया और न ही उसका सेटअप देखा गया। वहीं एसटीएफ के सूत्रों ने बताया कि आरएसएम को छपाई का काम मिलने के बाद से ही प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ी करने वाले कई गिरोह सक्रिय हो गए थे।