ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे ने बढाई चिंता, 10 राज्यों में उतारी गई केन्द्रीय स्वास्थ्य टीमें
तारिक़ खान
डेस्क। ओमिक्रॉन व कोरोना की संक्रमण दर में तेजी से इजाफा हो रहा है। जिसके चलते कई राज्यों में नाईट कर्फ्यू भी लगाया गया है। तेज़ी से बढ़ते संक्रमण ने अपना प्रभाव भी डालना शुरू कर दिया है, जिसको लेकर केंद्र और विशेषज्ञों में काफी चिंता दिखाई दे रही है। कोरोना संक्रमण के बढ़ रहे प्रभाव ने जहाँ लोगो की चिंता बढाई है, तो वही कोविड-19 टीकाकरण की रफ्तार भी धीमी है। संक्रमण के बढ़ते प्रभाव ने देश में 10 ऐसे राज्यों को चिन्हित किया गया है, जहाँ पर कोरोना संक्रमण का प्रभाव और संक्रमण दर में तेज़ी के साथ इजाफा हुआ है।
बताते चले कि केंद्र ने इन 10 राज्यों जहाँ पर कोरोना संक्रमण दर तेज़ी से बढ़ रहा है, का कमान अपने हाथो में ले लिया है तथा इन राज्यों में केन्द्रीय स्वास्थ्य टीमों को तैनात किया है। इन राज्यों में मुख्य रूप से केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, मिजोरम, कर्नाटक, बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड व पंजाब शामिल है। तेज़ी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए तथा इनके प्रभाव को कम करने के लिए केन्द्रीय स्वास्थ्य टीमों को इन सभी राज्यों में तैनात किया गया है।
संक्रमण से निपटने के लिए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जिन राज्यों में केन्द्रीय स्वास्थ्य टीमों के तैनात रहने के लिए चयन किया गया है, उन राज्यों में 3 से 5 दिन के लिए टीमें तैनात रहेंगी। वही इस दौरान वे राज्य के चिकित्सा विशेषज्ञों को प्रशिक्षित भी करेंगे। साथ ही कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, कोविड-19 टेस्टिंग, कोविड-19 को लेकर दिशानिर्देशों, अस्पतालों में बेड, एम्बुलेंस, ऑक्सीजन की उपलब्धता और टीकाकरण की स्थिति पर रिपोर्ट तैयार कर केंद्र को सौंपेंगी।
बताते चले कि कोरोना के बाद ओमिक्रॉन के बढ़ते हुए मामलों ने तीसरी लहर की दस्तक दे दी और 17 राज्यों में संक्रमण फैल चुका है। एक महीने के अंदर ही ओमिक्रॉन संक्रमण 17 राज्यों में फैल चुका है और कुल 415 संक्रमितों की पुष्टि हुई है। इसमें सबसे बुरी हालत महाराष्ट्र और दिल्ली की है। महाराष्ट्र में 108 तो दिल्ली में 79 संक्रमित अब तक सामने आए हैं। वही अगर देश भर की बातें करे तो 1 महीने के अन्दर ओमिक्रॉन 108 देशों को अपना शिकार बना चुका है। दक्षिण अफ्रीका में मिले पहले संक्रमित के बाद यह संक्रमण तेजी से फैला और दुनियाभर में अब तक 1.5 लाख ओमिक्रॉन संक्रमित सामने आ चुके हैं।