बरेली के पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन पत्नी सहित हुए सपा में शामिल, अखिलेश ने किया टिकट देने का ऐलान और किया चुनावी वायदा
आदिल अहमद
डेस्क। विधानसभा चुनाव करीब आने को है और चुनाव के करीब आते-आते सियासत में रोज़ कूछ न कुछ नया रूप देखने को मिल रहा है। कभी चुनावी वायदे तो कभी एक पार्टी से दुसरे पार्टी में शामिल होना और तो कभी एक नेता का दुसरे नेता पर पलटवार। कडाके की ठण्ड में रोज़ सियासी सरगर्मियां बढती जा रही है। बताते चले कि बरेली के पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन और उनकी पत्नी सुप्रिया ऐरन, संडीला के पूर्व विधायक की पत्नी रीता सिंह सपा में शामिल हो गईं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इन नेताओं के पार्टी में शामिल होने का ऐलान करते हुए टिकट देने का भी ऐलान किया है। सुप्रिया ऐरन बरेली कैंट से सपा की उम्मीदवार होंगी। सुप्रिया को कांग्रेस से भी टिकट मिल चुका है।
वही इन सब के बीच अखिलेश यादव ने प्रेस कांफ्रेंस में रोजगार के लिए संकल्प की घोषणा शुरू की। इस दौरान उन्होंने अपना पहला संकल्प आईटी सेक्टर में रोजगार देने का वायदा किया है। उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश में सरकार बनने के बाद 22 लाख बच्चों को आईटी सेक्टर में सीधा रोजगार देने का काम करेंगे। गौरतलब हो कि समाजवादी पार्टी ने शनिवार को अखिलेश यादव के विधानसभा चुनाव लड़ने का आधिकारिक एलान कर दिया। सपा महासचिव राम गोपाल यादव ने अखिलेश के मैनपुरी जिले की करहल सीट से लड़ने की घोषणा की, अखिलेश यादव ने कहा कि चुनाव के मद्देनजर जनता के लिए कुछ फैसले लिए गए हैं। इसमें 300 यूनिट मुफ्त बिजली, किसान के खेतों की सिचांई के लिए मुफ्त बिजली दी जाएगी है। हमारी सरकार बनती है तो हम IT सेक्टर में 22 लाख नौजवानों को रोजगार देंगे।
समाचार लिखे जाने तक सपा प्रमुख अखिलेश यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि नए साल पर पहला संकल्प 300 यूनिट फ्री बिजली का संकल्प लिया गया, इसके बाद लैपटॉप स्कीम फिर से शुरू करने का एलान हुआ। लैपटॉप से परिवार के सभी लोगों को मदद मिली है। लॉकडाउन में समाजवादी सरकार का दिया लैपटॉप लोगों के काम आया। इस दौरान अखिलेश ने कहा कि उनकी पार्टी भी डोर-टू-डोर कैंपेन के लिए पूरी तरह से तैयार है। टीवी पर सर्वे में भाजपा के आगे होने की बात पर उन्होंने कहा कि अगर वो सर्वे में आगे हैं फिर क्यों भाजपा के विधायक लगातार टूट रहे हैं। उनके विधायकों का विरोध हो रहा है।