हेट स्पीच प्रकरण: सुप्रीम कोर्ट द्वारा सख्त रुख अपनाए जाने के बाद यति नरसिंहानन्द गिरफ्तार, वसीम रिज़वी के बाद हुई इस प्रकरण में दूसरी गिरफ़्तारी, वसीम रिज़वी की ज़मानत याचिका हुई ख़ारिज
तारिक़ खान
डेस्क। हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद में नफरती भाषण देने के मामले में शनिवार को दूसरी गिरफ्तार हुई। उत्तराखंड पुलिस ने शनिवार रात को हिंदू धर्मगुरु यति नरसिंहानंद गिरी को गिरफ्तार कर लिया। कोतवाली हरिद्वार पुलिस की ओर से ये गिरफ्तारी की गई है। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, हरिद्वार में नरसिंहानंद की गिरफ्तारी के वक्त उनके समर्थकों ने जबरदस्त हंगामा भी किया है। हालांकि पुलिस ने नरसिंहानंद के समर्थकों को तितर-बितर कर उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के यति नरसिंहानंद के समर्थक थाने के पास पहुंच गए है। वही, इस गिरफ़्तारी से धर्म संसद के संतों में आक्रोश की बात भी सामने निकल कर आ रही है।
बताते चले कि गिरफ्तारी से कुछ समय पहले ही धर्म संसद कोर कमेटी ने शांभवी आश्रम में बैठक करके 3 दिन से अनशन कर रहे यति नरसिंहानंद और अमृतानंद अनशन खत्म करने को राजी हो गए थे। यह फैसला लिया गया था कि, सत्याग्रह चलता रहेगा। लेकिन पुलिस ने 17 जनवरी को सर्वानंद घाट में प्रतिकार सभा होने से पहले ही आज नरसिंहानंद को गिरफ्तार कर लिया गया है। उधर, नरसिंहानंद की गिरफ्तारी पर धर्म संसद के अध्यक्ष प्रबोधानन्द गिरी आनंद ने कहा कि, गिरफ्तारी से संतों के मनोबल पर कोई असर नहीं पड़ेगा। प्रतिकार सभा होकर रहेगी। धर्म संसद के संयोजक आनंद स्वरूप ने कहा, जिहादियों के दबाव में आकर सरकार संतों को गिरफ्तारी कर रही है। इसका परिणाम उसे चुनाव में भुगतना पड़ेगा।
Haridwar | Religious leader Yati Narsinghanand arrested for Haridwar 'Dharm Sansad' hate speeches
This is the second arrest in the case after Waseem Rizvi pic.twitter.com/2j0wv1Rsxz
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 15, 2022
गौरतलब हो कि इससे पहले शुक्रवार को वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र त्यागी को गिरफ्तार कर लिया गया था। आज शनिवार को जितेंद्र की जमानत अर्जी को भी अदालत ने खारिज कर दिया है। यति नरसिंहानंद को अपनी गिरफ्तारी का पहले ही अंदेशा हो गया था, इसलिए उसने पुलिस अफसरों को भी धमकी भी दी थी। उसने कहा था, “तुम सब मरोगे।” वही हरिद्वार हेट स्पीच मामले में पुलिस को 10 से अधिक लोगों की तलाश है। ऐसे में इस बात की उम्मीद अधिक है कि आने वाले दिनों में अभी और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को उत्तराखंड सरकार को कार्रवाई के बारे में 10 दिनों के भीतर एक हलफनामा देने का निर्देश दिया था। इसके बाद उत्तराखंड पुलिस हरकत में आई गिरफ्तारियां होना शुरू हुई। बहरहाल, समाचार लिखे जाने तक यति नरसिम्हानंद के समर्थक थाने के बाहर खड़े है। वही पुलिस ने भी सख्त रुख अख्तियार कर रखा है।