भारत सरकार के पूर्व रेल मंत्री स्व0 ललित नारायण मिश्र की 46वीं पुण्यतिथि को राजकीय समारोह के रूप में मनाया गया
जावेद अख्तर
वीरपुर (सुपौल)। भारत सरकार के पूर्व रेल मंत्री स्व0 ललित नारायण मिश्र की 46वीं पुण्यतिथि उनके पैतृक गांव बलवा बाजार में राजकीय समारोह के रूप में मनाया गया। “मैं रहूँ या न रहूँ, बिहार बढ़कर रहेगा” पूर्व रेल मंत्री स्व0 ललित नारायण मिश्र की इन बातों को कई वक्ताओं ने आज मंच से श्रद्धांजलि देने के क्रम में दोहराया। 46वीं पुण्यतिथि के अवसर पर स्व0 मिश्र के समाधि स्थल पर आयोजित सरकारी कार्यक्रम में बिहार सरकार की ओर से वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री नीरज कुमार सिंह “बबलू” ने शिरकत की। ललित बाबू के समाधि स्थल पर पुष्पांजलि कर अपनी श्रद्धांजलि दी।
बिहार पुलिस की सशस्त्र महिला गार्ड ने सुपौल के जिला पदाधिकारी महेन्द्र कुमार एवं नव पदस्थापित पुलिस अधीक्षक अमरकेश डी0 को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इस अवसर पर बिगुलर द्वारा मातमी धुन बजाने के साथ-साथ बन्दूकें झुकाई गयीं। कार्यक्रम स्थल पर भारी संख्या में इकट्ठा हुए लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री नीरज कुमार सिंह “बबलू” ने कहा कि बिहार के विकास में ललित बाबू के त्याग को भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार के विकास का ढांचा पूरी तरह तैयार हो गया है और उसे सरजमीन पर उतारने के लिए सभी विभाग ततपर है। जिला पदाधिकारी महेन्द्र कुमार ने कहा कि ललित बाबू आज जीवित होते तो बिहार का चेहरा कुछ और ही होता।
भाषण में जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने ललित बाबू के व्यक्तित्व को महामानव की संज्ञा दी। ललित बाबू के पौत्र सुमित कुमार मिश्र ने अपने उद्गार को व्यक्त करते हुए कहा कि मेरे दादाजी के प्रति आम लोगों की जुड़ी हुई भावना को देखकर मुझे गर्व का अनुभव हो रहा है। आने वाले दिनों में भी मैं अपने गांव में रहकर आम लोगों की सेवा करना चाहता हूँ। सभा की अध्यक्षता एवं मंच का संचालन ललित नारायण मिश्र स्मारक महाविद्यालय के अंग्रेजी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डी0 झा ने की। इस अवसर पर जिला पदाधिकारी महेंद्र कुमार, पुलिस अधीक्षक डी0 अमरकेश, अनुमंडल पदाधिकारी बीरपुर कुमार सत्येंद्र यादव, अनुमंडल पदाधिकारी त्रिवेणीगंज जेड हसन, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी गणपति ठाकुर के साथ-साथ हजारों की तादाद में ललित बाबू को चाहने वाले उपस्थित थे।