रूस युक्रेन विवाद के दरमियान सोमालिया की राजधानी के बाहर अल-शबाब के हमले में छह की मौत, जाने क्या है रूस-युक्रेन में जंग की सम्भावनाओं पर ताज़ा जानकारी
आफ़ताब फारुकी
सोमालिया की राजधानी के बाहरी इलाके में अल-शबाब आतंकी संगठन ने एक भीषण हमले को अंजाम दिया जिसमें छह लोगों की मौत हो गई और 16 अन्य घायल हो गए हैं। सोमालिया की सरकार ने कहा कि सुबह हुए हमले में मोगादिशु के बाहर स्थित पुलिस की चौकियों को निशाना बनाया गया।
अल-कायदा से जुड़ा आतंकी संगठन अल-शबाब मोगादिशु को निशाना बनाता रहा है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों ने चेताया है कि यह समूह सोमालिया के वर्तमान चुनावी संकट का फायदा उठाकर और हमले कर सकता है। देश में चुनाव में एक साल से अधिक समय से विलंब हो रहा है।
युक्रेन में सेना भेजने से अमेरिका ने किया इंकार
इस दरमियान युक्रेन-रूस विवाद पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने युक्रेन में अपनी सेना भेजने से मना किया है। अमेरिकन राष्ट्रपति ने कहा है कि अगर रूस आने वाले कुछ दिनों और हफ्तों में हमला करता है तो यूक्रेन के लिए मानवीय क्षति बहुत ज्यादा होगी। उन्होंने यूक्रेन में अमेरिकी सैनिकों को भेजने से भी इनकार किया और कहा, हमने सिर्फ यूक्रेनी सेना को उनकी रक्षा करने में मदद करने के लिए उपकरण भेजे हैं। हमने उन्हें प्रशिक्षण और परामर्श दिया है।
उन्होंने कहा है कि द्वितीय विश्वयुद्ध की जरूरत थी, लेकिन यदि रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तो यह मर्जी से छेड़ा गया युद्ध या बिना वजह की जंग होगी। बाइडन बोले, मैं उकसावे के लिए नहीं, बल्कि सच बोलने के लिए ये चीजें कहता हूं क्योंकि सच, जवाबदेही मायने रखती है।
सैन्य वापसी के संकेत नहीं : नाटो
रूसी सैन्य वापसी के बीच नाटो ने घोषणा की है कि उसे सैन्य वापसी का कोई संकेत नहीं दिख रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति के समान नाटो को भी आशंका है कि रूस जल्द ही यूक्रेन पर हमला कर सकता है। हालांकि मॉस्को ने ऐसी किसी भी योजना से इनकार किया है। नाटो महासचिव जींस स्टोलटेनबर्ग ने कहा, संगठन को ऐसा कोई संकेत नहीं दिखा है कि मॉस्को यूक्रेन और उसके आसपास अपने सैनिकों के स्तर में कमी ला रहा हो। उन्होंने यह बात ब्रुसेल्स में नाट के रक्षा मंत्रियों की बैठक की अध्यक्षता से पहले कही। उन्होंने कहा, यदि रूस वास्तव में बलों को वापस लेता है तो वे उसका स्वागत करेंगे।
तेज होगी सैन्य वापसी : रूसी रक्षा मंत्रालय
यूक्रेन सीमा पर मंडराते युद्ध के बादलों को छांटते हुए रूस ने मंगलवार शाम को अपनी सैन्य टुकड़ियां वापस बुलाने की घोषणा की थी। अब उसने कहा है कि वह और अधिक सैनिकों व हथियारों को उनके ठिकानों पर तेजी से लौटा रहा है। हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति को अब भी यूक्रेन पर रूसी हमले की आशंका है। उन्होंने कहा, यदि ऐसा हुआ तो अमेरिका व सहयोगी देश ‘निर्णायक’ जवाब देंगे।
अब कभी भी हो सकता है हमला : व्हाइट हाउस
यूक्रेन संकट को लेकर गहराती आशंकाओं के बीच अमेरिका ने एक बार फिर कहा है कि रूस अब कभी भी हमला कर सकता है। व्हाइट हाउस ने बुधवार को कहा कि चूंकि राष्ट्रपति जो बाइडन ने उप राष्ट्रपति कमला हैरिस और विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकन को म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में शिरकत के लिए भेजा है। जहां यह दोनों ही नेता दुनिया के दूसरे देशों को मॉस्को के खिलाफ एकजुट करने के प्रयास करेंगे। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने आशंका जताई कि ऐसी स्थिति में हमला कभी भी हो सकता है।
साकी ने रोज होने वाली प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि रूस कभी भी हमला कर सकता है। यह किसी मनगढ़ंत बहाने से होगा, जिसे वह आक्रमण करने की वजह बताएगा। हम इसके बारे में पहले ही बात कर चुके हैं, हमने अतीत में भी ऐसे हथकंडों को देखा है। मसलन रासायनिक हथियार होने के आरोप, रूसी सैनिकों पर ऐसे हमले की कहानी जो वास्तव में हुआ ही नहीं या फिर डोनबास में उकसावे का कोई दावा भी किया जा सकता है।
उन्होंने पत्रकारों से कहा कि ऐसे में आपको अपनी आंखें खुली रखनी चाहिए। एक सवाल के जवाब में, साकी ने संवाददाताओं से कहा कि कई तरह के झूठे दावे और बहाने हो सकते हैं, जो आक्रमण की बताए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हैरिस और ब्लिंकन दोनों ही नेता 18 से 20 फरवरी तक होने वाले सम्मेलन में शिरकत के लिए जर्मनी की उड़ान भरने जा रहे हैं।
इस द्वंद्व के बीच रूसी रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को स्पष्ट किया कि रूस के दक्षिणी सैन्य यूनिटों के सैन्य उपकरणों का एक काफिला क्रीमिया पुल को पार कर गया है। इन यूनिटों ने क्रीमियाई प्रायद्वीप के युद्धाभ्यास में भाग लिया था जो रेलमार्ग से अपने ठिकानों पर लौट रही हैं। इसमें बख्तरबंद वाहन, टैंक, पैदल सेना संबंधी वाहन, स्वचालित तोपखाने और बड़ी मात्रा में हथियार शामिल हैं।