दिल्ली जहागीरपूरी हिंसा प्रकरण में जाँच करने गई टीम पर पथराव, हालत नियंत्रण में
ईदुल अमीन
डेस्क: दिल्ली के जहांगीरपुरी में शनिवार को हुई सांप्रदायिक हिंसा के आरोपियों की धर-पकड़ करने गई पुलिस पर पथराव किया गया है। बताया जा रहा है कि पुलिस पर चार-पांच पत्थर फेंके गए हैं। इस दौरान एक पुलिसकर्मी को हल्की चोट भी आई है। दरअसल गोली चलाने वाले शख्स सोनू जो अभी फरार चल रहा है। उसकी साली को दिल्ली पुलिस पूछताछ के लिए लेकर आई थी। जिसके कारण स्थानीय महिलाओं ने हंगामा शुरू कर दिया।
जानकारी के अनुसार सोशल मीडिया पर 17 अप्रैल को एक वीडियो सर्कुलेट हुआ था। जिसमें 16 अप्रैल को जहांगीरपुरी इलाके में दंगे के दौरान (नीले कुर्ते में) एक व्यक्ति को गोली चलाते हुए दिखा गया था। उत्तर पश्चिम जिले की पुलिस टीम सीडी पार्क रोड स्थित उसके घर उसकी तलाशी व उसके परिजनों से पूछताछ के लिए गई थी। जवाबी कार्रवाई में घरवालों ने उनपर दो पथराव किए। हालांकि अब हालात काबू में हैं और एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है।
इस हिंसा के आरोपी अंसार और असलम को एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस के मुताबिक असलम ने ही दिल्ली पुलिस के सब-इंस्पेक्टर मेदा लाल को गोली मारी थी। उसके पास से एक देशी पिस्टल बरामद हुई है। वहीं अंसार अपने साथ चार-पांच लोगों लेकर आया था और मस्जिद के पास जुलूस के सदस्यों के साथ बहस शुरू की थी। इस विवाद के बाद दोनों पक्षों में पथराव शुरू हो गया था। हालांकि इस मामले में आरोपी 35 वर्षीय अंसार की पत्नी का दावा है कि उसका पति निर्दोष हैं। वे हालात को काबू से बाहर होता देख सिर्फ सुलह कराने गए थे। अभी तक 12 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। बाकी आरोपियों की पेशी आज हो रही है। पुलिस को आरोपियों के पास से कुल तीन पिस्टल और पांच तलवारें मिली हैं।
जहांगीरपुरी हिंसा में कुल 9 लोग घायल हुए हैं। जिनमें से 8 पुलिस वाले हैं। हिंसा में घायल हुए दिल्ली पुलिस के सब-इंस्पेक्टर (SI) मेदा लाल से दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने मुलाकात भी की है। दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने रविवार देर रात थाना जहांगीरपुरी के SI मेदा लाल के आवास पर जाकर उनका हालचाल पूछा और इस कठिन समय के दौरान विभाग से हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया।