वाराणसी: गंगा जमुनी तहजीब की कायम हुई मिसाल, रामनवमी की शोभायात्रा का प्यासे रोज़दारो ने किया पानी पिला कर स्वागत
ईदुल अमीन
वाराणसी: शहर बनारस और गंगा जमुनी तहजीब एक दुसरे के पर्यायवाची ही दिखाई देते है। बनारस वाले ईद और दीपावली एक साथ मनाते है। उस कुदरत का भी करिश्मा देखिये कि नफरतो की सौदागरी लाख कोई करे, उसने होली भी ऐसे दिन दी जिस दिन शब्-ए-बारात थी। वही नवरात्र का व्रत भी उसने रमजान में दिया। शहर बनारस ने दोनों त्यौहार एक साथ राज़ी ख़ुशी मनाया।
वही आज रामनवमी के दिन निकलने वाली शोभायात्रा का स्वागत चौक पर मुस्लिम समुदाय ने किया। आप सोचे आपसी एकता की ऐसी मिसाल कहा मिलेगी जहा प्यासे रोजदारो ने शोभायात्रा में आये श्रधालुओ का स्वागत पानी पिला कर किया। एक दुसरे के गले लगे तो एक तरफ से रामनवमी मुबारक के शब्द निकले तो दुसरे तरफ से रमजान मुबारक। जो रामनवमी की खुशियाँ मना रहे थे वह रमजान मुबारक बोल रहे थे। वही जो रमजान के रोज़े थे वह रामनवमी की शुभकामनाये दे रहे थे।
ऐसा दुर्लभ नजार दुनिया में किसी जगह देखने को नही मिलेगा। मगर ये नजारों की गवाह बनी शहर बनारस की सड़के। शहर बनारस के मैदागिन से निकली रामनवमी की शोभायात्रा का स्वागत दालमंडी के कारोबारी आसिफ शेख ने अपने साथियों के साथ चौक पर किया। आसिफ शेख और उनके साथी रमजान के रोज़े थे और खुद प्यासे थे। मगर अपने साथियों के साथ उन्होंने रामनवमी के श्रधालुओ को पानी पिलाकर उनका स्वागत किया।