शाहरुख़ खान के पुत्र आर्यन खान ड्रग्स केस में एनसीबी के गवाह प्रभाकर सेल की हुई हार्ट अटैक से मौत, प्रभाकर सेल ने लगाया था एनसीबी जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर रिश्वतखोरी का आरोप
आफ़ताब फारुकी
डेस्क: आर्यन खान ड्रग्स केस में एनसीबी के गवाह और समीर वानखेड़े पर रिश्वतखोरी का गंभीर आरोप लगाने वाले प्रभाकर सेल की कल शुक्रवार को मौत हो गई। ये उस समय हुआ है जब अदालत ने कल ही एनसीबी को चार्जशीट न दाखिल करने पर जमकर फटकार लगाई है और उसके द्वारा मांगे हुवे 90 दिनों के जगह 60 अतिरिक्त दिन दिए है। इस मामले के एनसीबी के पंच और अहम गवाह प्रभाकर सेल की मौत के बाद अब पुरे प्रकरण में एक विचित्र मोड़ आ गया है। बताया जा रहा है कि उसकी शुक्रवार को हार्ट अटैक से मौत हो गई है।
आर्यन खान ड्रग्स केस के दरमियान एक सेल्फी आर्यन खान की वायरल हुई थी, जिसे केपी गोसावी ने खींची थी। ये फोटो देखते ही देखते वायरल हो गई थी और इस पर बहस भी छिड़ गई थी। इसके बाद गोसावी रहस्यमयी तरीके से गायब हो गया था, लेकिन तभी प्रभाकर सेल सामने आया। उसने दावा किया कि वह केपी गोसावी का पर्सनल बॉडीगार्ड है।
प्रभाकर ने शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान ड्रग्स केस में कई ऐसे सनसनीखेज खुलासे किए थे, जिसकी वजह से वो चर्चा में आ गया था। उसने एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर रिश्वत लेने का गंभीर आरोप लगाया था। इसके बाद एनसीबी सवालों के घेरे में आ गई थी और समीर वानखेड़े को इस केस से भी हाथ धोना पड़ा था।
क्या लगाये थे आरोप
प्रभाकर सेल ने कई चौंकाने वाले दावे किए थे। उसने बताया कि क्रूज पर जिस रात रेड मारी गई, वो केपी गोसावी के साथ था। उसने गोसावी और सैम नाम के शख्स को एनसीबी के दफ्तर में अधिकारियों से मिलते देखा था। उसने ये भी खुलासा किया था कि उससे पंचनामा पेपर बताकर खाली कागज पर जबरदस्ती साइन करवाया गया था। प्रभाकर सेल ने एनसीबी पर कई गंभीर आरोप लगाए।
Mumbai | NCB's panch witness in Cordelia cruise drug case, Prabhakar Sail died yesterday. As per his lawyer Tushar Khandare, he died of a heart attack at his residence in Mahul area of Chembur yesterday.
(File pic of Prabhakar Sail) pic.twitter.com/CUplYNkuIh
— ANI (@ANI) April 2, 2022
उसने दावा किया था कि उसने केपी गोसावी और सैम डिसूजा को आर्यन खान को छोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपये लेने की बात सुनी थी। इसमें 8 करोड़ रुपये एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को दिए जाने थे। प्रभाकर ने ये भी कहा था कि वो किसी दबाव में आकर बयान नहीं दे रहा है और ना ही पैसों के लिए ऐसा कर रहा है। उसने ये भी कहा था कि उसका किसी मंत्री के साथ भी कोई संबंध नहीं है। इस खुलासे के बाद ड्रग्स केस में सबकुछ बदल गया था। एनसीबी खुद सवालों के घेरे में आ गई थी।
दिलचस्प है कि प्रभाकर की मौत ऐसे वक्त हुई, जब एक दिन पहले ही कोर्ट ने एनसीबी को मामले में चार्जशीट नहीं दायर करने के लिए फटकार लगाई। गौरतलब हो कि एनसीबी ने पिछले साल कॉर्डेलिया क्रूज शिप पर छापेमारी की थी। उस वक्त शिप पर शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान भी मौजूद थे और जैसे ही ये खबर सामने आई, पूरे देश में हलचल मच गई थी। 2 अक्टूबर को हुई छापेमारी के बाद आर्यन को तत्काल 7 अन्य आरोपियों के साथ ड्रग पार्टी करने के जुर्म में हिरासत में लिया गया था।
अगले दिन एनसीबी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में आर्थर रोड जेल में डाल दिया गया था। आर्यन खान करीब 28 दिनों तक जेल की सलाखों के पीछे रहे थे। इस दौरान इस केस में हर दिन नए-नए खुलासे हो रहे थे।