बॉलीवुड सुपर स्टार शाहरुख़ खान के बेटे आर्यन को दिया एनसीबी ने क्लीनचिट, उठे समीर वानखड़े पर कई गंभीर सवाल, जाने किन सवालो के घेरे में आई समीर वानखड़े की जाँच
तारिक़ आज़मी
कॉर्डेलिया क्रूज़ ड्रग्स मामले में बॉलीवुड के सुपर स्टार शाहरुख खान यानी एसआरके के बेटे आर्यन खान सहित आधा दर्जन आरोपियों को एनसीबी ने क्लीन चिट दे दिया है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी ने इस मामले में आज जुमे के रोज़ 6 हज़ार पन्नो की चार्जशीट फाइल की है जिसमें आर्यन सहित आधा दर्जन अन्य को क्लीन चिट दे दिया गया है।
एंटी ड्रग एजेंसी ने इस मामले में 6 हजार पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें 14 आरोपियों के नाम हैं। 23 वर्षीय आर्यन जो कि गिरफ्तार किए गए 20 लोगों में से एक थे, का नाम आरोपियों में शामिल नहीं है। आर्यन खान समेत 6 लोग चार्जशीट का हिस्सा नही हैं यानी आर्यन को एनसीबी ने क्लीन चिट दे दी है। इस मामले में एनसीबी का कहना है कि जिसके खिलाफ कोई सबूत जांच एजेंसी को नहीं मिले हैं। ऐसे किसी व्यक्ति विशेष पर कोई कमेंट नहीं कर सकते है। एनसीबी अधिकारी एसएन प्रधान ने एक खबरिया चैनल को अपने साक्षात्कार में कहा है कि “वॉट्सएप चैट चार्जशीट का आधार नहीं है। इस सिंडिकेट के तार अंतरराष्ट्रीय नहीं, जैसा पहले कहा गया था। जांच में खामियां थी इसलिए केस दूसरीं टीम को दिया गया।”
इसके बाद सवाल काफी खड़े हो रहे है। जब व्हाट्सएप चैट चार्जशीट अथवा आरोप का हिस्सा नही हो सकता है और इन घटना के तार इंटरनॅशनल नही है तो फिर आखिर कैसे उन लोगो को गिरफ्तार किया गया था। एक एक पल की खबरे मीडिया पर ब्रेकिंग न्यूज़ बन रही थी। क्या सनसनी फैलाना इस गिरफ़्तारी का मकसद था। फिर तो समीर वानखड़े की कार्यशैली ही पूरी सवालो के घेरे में आ रही है। इस पर एनसीबी के डीजी एसएन प्रधान का कहना है कि समीर वानखेड़े और दूसरे अफसरों के खिलाफ विजिलेंस जांच चल रही है वो जल्द ही आने वाली है। जो दोषी है उस पर कार्रवाई होगी।
समीर वानखड़े की मंशा पर उठ रहे सवाल
खबरिया चैनल NDTV ने अपने सूत्रों के हवाले से खबर प्रमुखता से प्रकाशित किया है कि आर्यन खान के दोस्त अरबाज मर्चेंट ने पिछले वर्ष अक्टूबर में एनसीबी के समक्ष दिए बयान में कहा था कि वह सुपरस्टार (शाहरुख) के बेटे के लिए नहीं बल्कि अपने इस्तेमाल के लिए छह ग्राम चरस रखे हुए था। अरबाज ने एनसीबी टीम से यह भी कहा था कि आर्यन ने क्रूज की पार्टी के लिए अपने साथ कोई ड्रग्स नहीं रखने के लिए कहा था। आर्यन को क्रूज ड्रग्स मामले में क्लीन चिट मिल गई है।
अब अगर इस बात पर ध्यान दे तो फिर समीर वानखड़े की जाँच घटिया से भी बदतर की श्रेणी में आकर खडी हो रही है। जब अरबाज़ मर्चेंट ने अपने बयान में साफ़ साफ़ इंकार कर दिया कि उसके पास से बरामद 6 ग्राम चरस आर्यन खान के लिए नहीं बल्कि उसके खुद के इस्तेमाल करने के लिए थी। तो फिर समीर वानखड़े ने आर्यन की गिरफ़्तारी किस आरोपों में किया था? अब समीर वानखड़े के ऊपर बड़ा आरोप है कि उन्होंने इस बयान को छुपाया और उनकी टीम ने आर्यन खान को अगले दिन इस आरोप में गिरफ्तार कर लिया कि अरबाज के पास यह चरस शाहरुख खान के बेटे के लिए थी।
दूसरा बड़ा सवाल इस मामले में दो स्वतंत्र गवाहों की गवाही पर भी है। छापेमारी के दौरान मौजूदा दो स्वतंत्र गवाहों में से एक प्रभाकर ने पिछले साल नवंबर में अपने बयान में कहा था कि उससे एक अन्य गवाह किरण गोसावी (जो मौके पर मौजूद था) ने खाली पेपर पर दस्तखत करने के लिए कहा था। प्रभाकर की हाल ही में मौत हो गई है। सूत्रों ने कहा कि यह अजीब बात है कि मर्चेंट की ओर से ड्रग्स लेने में आर्यन की किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किए जाने के बावजूद जांच अधिकारी ने औपचारिक तौर पर मोबाइल जब्त किए बिना आर्यन के व्हाट्सएप चैट देखना शुरू कर दिया।
आर्यन और महक के पास नही थे मादक पदार्थ: संजय कुमार
चार्जशीट के सवालो का जवाब देते हुवे एनसीबी के वरिष्ठ अधिकारी संजय कुमार सिंह ने एक बयान में कहा है कि “आर्यन और महक को छोड़कर सभी आरोपियों के पास मादक द्रव्य पाया गया।” उन्होंने कहा कि एनसीबी को आर्यन और पांच अन्य के खिलाफ सबूत नहीं मिले। अब इस बयान को ध्यान में रखे तो जब आर्यन खान के पास ड्रग्स नही मिले थे तो फिर आर्यन की गिरफ़्तारी के पीछे क्या मकसद था? आखिर फिर एक नवजवान हो क्या सिर्फ शक की बिना पर जेल भेज दिया गया था ?
एनसीबी द्वारा दाखिल चार्जशीट में सुबूत न होने की वजह से जिन लोगों के नाम चार्जशीट में शामिल नहीं हैं, उनमें आर्यन खान के अलावा अविन साहू, गोपाल जी आनंद, समीर साइगन, भास्कर रोड़ा और मानव सिंघल शामिल हैं। मामले में जांच एजेंसी तय समय में चार्जशीट दाखिल करने में नाकाम रही थी, इसके बाद कोर्ट ने मार्च में इसे दो माह का अतिरिक्त समय दिया था।
यहाँ ध्यान देने वाली बात है कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी ने आर्यन खान समेत 20 लोगों को इस मामले में आरोपी बनाया था। एनसीबी ने पिछले साल अक्टूबर में आर्यन को मुंबई के तटीय इलाके में एक क्रूज जहाज से गिरफ्तार किया था। हालांकि, बाद में हाईकोर्ट ने उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया था। मगर इस दरमियान आर्यन खान जेल में रहे। अब जब एनसीबी ने उन्हें क्लीनचिट दे दिया है तो फिर ये गिरफ़्तारी ही सवालो के घेरे में आ गई है।