केएल मॉडल शॉप में दालमंडी के युवक की पिटाई प्रकरण: झूठी खबर चलवाना पड़ सकता है अब मॉडल शॉप संचालक को भारी, पुलिस करेगी जाँच, जाने हकीकत और फ़साना
शाहीन बनारसी
वाराणसी: वाराणसी के लहुराबीर स्थित केएल मॉडल शॉप संचालको के कर्मियों द्वारा दालमंडी निवासी युवक आमिर इलाही उर्फ़ बाबु की पिटाई प्रकरण में पुलिस ने घटना के दिन शनिवार को ही पीड़ित की तहरीर पर एनसीआर दर्ज कर मॉडल शाप संचालक के एक कर्मचारी जिस पर घटना में शामिल होने का आरोप था, का शांति भंग में चालान कर दिया गया था। मामले में पुलिस अपनी विवेचना कर रही है। प्रकरण की विवेचक चेतगंज चौकी प्रभारी सुमन यादव है।
इस मामले में कल देर रात एक सोशल मीडिया पर एक समाचार चलाया जाने लगा जिसमे दावा किया गया कि मॉडल शॉप के अन्दर तोड़ फोड़ किया गया था। मॉडल शॉप संचालक द्वारा रात 9:30 पर ही अपनी दूकान बंद कर दिया गया था, जिसके बाद ये घटना झूठे तरीके से दिखाई और बताई गई। खबर में दावा किया गया कि पत्रकार द्वारा मौके पर संचालक से पैसे की मांग किया गया और पैसा न मिलने पर खबर का एकपक्षीय प्रकाशन किया गया। साथ ही दावा किया गया कि मामले में पुलिस मौके पर पहुची थी और दोनों पक्षों को थाने पर लेकर आई और थाने पर दोनों पक्षों में सुलह समझौता होने के बाद एक पक्ष के दो लोगो का शांति भंग में चालान किया गया। साथ ही दावा किया गया कि किसी पक्ष ने तहरीर नही दिया और न मामला दर्ज हुआ।
क्या है हकीकत
मामले में हकीकत से बेखबर मॉडल शॉप संचालक ने असल में अधूरी जानकारी ही प्रदान किया, या फिर खबर बनाने वाले ने सनसनी फ़ैलाने के गरज से गलत लिखा। जबकि हकीकत ये है कि घटना लगभग 10:30 बजे के करीब हुई थी। घटना के समय अथवा बाद में पुलिस मौके पर उस रात गई ही नही और पीड़ित फूटा-फाटा लहुलुहान स्थिति में थाना चेतगंज पंहुचा पीड़ित आमिर इलाही उर्फ़ बाबु इलाही की तहरीर पर पुलिस ने रात्रि 11:52 पर एनसीआर संख्या 0026/2022 दर्ज कर पीड़ित का मेडिकल चेकअप करवाया और मेडिकल रिपोर्ट इस एनसीआर के साथ पंजीकृत करके एसआई चेतगंज सुमन यादव को जाँच हेतु दिया गया। जाँच के क्रम में रविवार को सुबह सुमन यादव द्वारा घटना में शामिल एक युवक का शांति भंग में चालान किया गया। मामले में जाँच अभी चल रही है। पीड़ित को लगी चोट बया कर रही है कि मामले में और भी धाराओं का इजाफा हो सकता है। आसपास की सीसीटीवी फुटेज भी निकली जा रही है।
अब यहाँ फ़साना ये बना कि चेतगंज चौकी प्रभारी सुमन यादव ने जानकारी दिया कि कोई मामला ही दर्ज नही हुआ है। जबकि चेतगंज चौकी प्रभारी ने बताया कि उनसे इस सम्बन्ध में किसी ने जानकारी ही नही लिया है। मामले में मैं जांच कर रही हु तो मै क्यों गलत कहुगी कि कोई मामला दर्ज नही हुआ है। अगर कोई ऐसा कहता है तो गलत बयानी कर रहा है। मामले में जाँच चल रही है। दोषी पर उचित कानूनी कार्यवाही होगी। उन्होंने कहा कि अगर दोनों पक्षों के बीच समझौता हो जाता तो शांति भंग में चालान क्यों होता ?
बहरहाल, ये बात पुलिस जाने और मॉडल शाप संचालक अथवा खबर चलाने वाले जाने, मगर जहा तक हमारी प्रतिष्ठा को ठेस पहुचाने का क्रम हुआ है, उसके ऊपर हम जवाब देंगे नही जवाब लेंगे। इस कथित न्यूज़ में लिखा गया कि मौके पर पत्रकार के द्वारा पैसो की मांग किया गया और पैसे न मिलने की स्थिति में भ्रामक खबर चलाई गई। तो इस भ्रामक खबर को कवर मैंने यानी शाहीन बनारसी और ए0 जावेद ने किया था। खबर की हर शब्द की पुष्टि खुद हमारे प्रधान सम्पादक द्वारा किया गया और उसके बाद खबर का प्रकाशन 12 जून के दोपहर 1:12 पर हुआ था। हमारे अलावा किसी और ने खबर प्रकाशित भी नही किया था। तो फिर मॉडल शाप संचालक नरेन्द्र, राजकुमार और उनके तीसरे साझीदार द्वारा हमारे ऊपर झूठा आरोप लगाया गया है। जिसकी हम निन्दा करते है। या फिर ऐसी भ्रामक खबर चलाने वाले ने अपने मन से ऐसा झूठा आरोप लगाया है इसकी जाँच अब पुलिस करेगी। जवाब हम मॉडल शाप संचालक से लेकर रहेगे कि किस पत्रकार ने उससे पैसे मांगे?
हमारे द्वारा इस सम्बन्ध में एक शिकायती पत्र थाना प्रभारी चेतगंज को देकर आरोप की सत्यता की जाँच कर ज़रूरी कार्यवाही का अनुरोध किया गया है। हमारे प्रधान सम्पादक ने स्वयं थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश सिंह से कहा है कि यदि ये जो झूठा आरोप मॉडल शाप संचालको द्वारा लगाया जा रहा है उसकी सत्यता है तो निष्पक्ष जाँच कर अगर अवैध वसूली का प्रयास हुआ है तो दोषी पर कड़ी कार्यवाही करे, क्योकि हमको भली भांति पता है कि संचालको द्वारा एक झूठा और घिनौना आरोप लगा कर हमे बदनाम किया जा रहा है, और यदि आरोप जो हकीकत की ज़मीन पर झूठा है, जाँच में झूठा साबित होता है तो कड़ी कानूनी कार्यवाही उस मॉडल शाप संचालको अथवा अफवाह फैलाने वाले पर किया जाए। उक्त समाचार के स्क्रीन शॉट के साथ पत्र की एक प्रति सम्बन्धित मंत्रालय को भी प्रेषित किया गया है कि शराब कारोबारी द्वारा हमारी निष्पक्ष पत्रकारिता को बदनाम किया जा रहा है। वही थाना प्रभारी राजेश सिंह ने कहा है कि मामले में निष्पक्ष जाँच होगी।
हमारी तस्वीर का प्रयोग करने पर भेजी गई कापी राईट की नोटिस
इस समाचार में हमारे समाचार की प्रकाशित तस्वीर को जैसी थी वैसी कापी करने वाले उक्त चैनल के पंजीकृत कार्यालय पर प्रधान सम्पादक को कापी राईट की नोटिस भेज कर कहा गया है कि या तो हमारी तस्वीर के प्रयोग में हमारे नाम को नियमानुसार साभार लिखे अथवा उक्त फोटो का प्रयोग तत्काल बंद करे। नोटिस डाक द्वारा प्रेषित कर दिया गया है। बताते चले कि किसी अन्य की खबर में पोस्ट तस्वीर को कापी करके बिना साभार लिखे चलाना कापी राईट एक्ट के तहत दंडनीय अपराध है। उक्त तस्वीर हमारे द्वारा खीची गई थी जिसमे आमिर इलाही उर्फ़ बाबु की चेतगंज थाने के बाहर की दो तस्वीर के बीच मॉडल शॉप की तस्वीर को लगा कर खबर में प्रयोग किया गया था।