मुहब्बत सरहदों की मोहताज नही ये साबित कर स्माइला पहुची पाकिस्तान से भारत, कहा थैंक यु इंडिया वीजा देने के लिए, अब जल्द होगी कमल और स्माइला की शादी
आदिल अहमद
डेस्क: मुहब्बत सरहदों की मोहताज नही होती है। ये तो उस चंचल पवन सी होती है जिसको सरहदों की बंदिशों में नही रखा जा सकता है। पाकिस्तान से भारत पहुची स्माइला ने इस बात को साबित कर दिया है। उन्होंने बाघा बार्डर पार करते हुवे भारत सरकार का शुक्रिया अदा किया कि सरकार ने उन्हें वीजा उपलब्ध करवाया। अब कमल और स्माइला दोनों दांपत्य सूत्र में जल्द ही बंध जायेगे। मुहब्बत के इस मेल की गवाह होगी भारत की सरजमी और दोनों के परिजन।
जानकारी के अनुसार जालंधर निवासी कमल कल्याण के दादा जी पाकिस्तान में रहते थे। वहां दोनों परिवारों का मेलजोल हो गया। इसके बाद कमल कल्याण का परिवार भारत आ गया। सोशल मीडिया के जरिये तीन साल पहले स्माइला और कमल की मुलाकात हुई। दोनों में प्यार हो गया। इसके बाद उन्होंने शादी का फैसला लिया। इस मुहब्बत पर पहली मुहर सगाई की लगी जब दोनों की सगाई सोशल मीडिया के व्हाट्सएप पर हुई। सरहदें बाधा न बनें इसके लिए उन्होंने इंटरनेट पर ऐसे लोगों की कहानियां तलाशीं, जिन्होंने इस तरह शादी की हो।
इस दरमियान उन्हें एक पत्रकार मकबूल अहमद की कहानी पता चली। मकबूल की शादी पाकिस्तान में हुई थी। इसके बाद उन्होंने मकबूल से संपर्क किया। मकबूल ने उन्हें शादी से जुड़े आवश्यक दस्तावेज और आवेदन की प्रक्रिया बताई। मकबूल ने इससे पहले सियालकोट की किरण सरजीत, कराची की सुमन, चिनोट की सफुरा और भारत की इकरा की शादी कराने में मदद की थी। जिसके बाद पत्रकार मकबूल अहमद की मदद से स्माइला को वीजा मिला। अब वह अपने परिवार सहित भारत अपनी मुहब्बत को मुकाम देने आ चुकी है। दोनों की शादी हेतु तैयारियां जोरो पर चल रही है। 9 जुलाई को मेहँदी की रस्म होगी और 10 को शादी होगी। शादी जालंधर में होगी। अपनी शादी का बहुत सारा सामान पाकिस्तान से ला चुकीं स्माइला को भी वाघा बॉर्डर पर मोटी रकम चुकानी पड़ी है।