कांग्रेस कार्यालय और बड़े नेताओं के आवास पर लगी बाहर भारी फ़ोर्स, कांग्रेस ने कहा, पार्टी की घेरेबंदी किया जा रहा है, भाजपा विपक्ष को डराने की कोशिश कर रही है
आदिल अहमद
डेस्क: ईडी ने अपनी जांच के तहत मंगलवार को नेशनल हेराल्ड अखबार के प्रधान कार्यालय और 11 अन्य स्थानों पर छापेमारी की। ईडी ने इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी से मामले में पूछताछ की थी। अब ईडी के द्वारा कांग्रेस से संबंधित संस्थान के दफ्तर को सील करने के बाद पार्टी हेडक्वाटर और अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास के बाहर दिल्ली पुलिस की तैनाती कर दिया गया है। इस मामले में कांग्रेस ने सत्तारूढ़ दल भाजपा पर आरोप लगाते हुवे कहा है कि विपक्ष को डराने की कोशिश की है।
कांग्रेस द्वारा पार्टी कार्यालय और पार्टी के शीर्ष नेताओं के आवास के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल के तैनाती के बाद कही गईं। पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा, ” कांग्रेस की घेराबंदी की जा रही है। दिल्ली पुलिस ने हमारे मुख्यालय, कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व पार्टी अध्यक्ष के आवास को घेर लिया है। यह बदले की राजनीति का सबसे खराब रूप है। लेकिन हम नहीं झुकेंगे। ना चुप रहेंगे। हम अपने मुद्दे उठाते रहेंगे। मोदी सरकार के अन्याय और विफलताओं के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे।” दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के बाद आयोजित पीसी में उन्होंने कहा, ” ये कार्रवाई बदले और धमकाने की राजनीति के तहत की गई है।” इस दौरान उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधा और कहा कि दिल्ली पुलिस को कौन नियंत्रित करता है, जो हमारे विरोध को रोकने की कोशिश कर रही है?
इधर, पीसी के दौरान पार्टी नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, ” आज केंद्र ने कब्जे की मानसिकता के कारण भय का माहौल बना दिया है। भारत के सबसे पुराने राजनीतिक दल के नेतृत्व के खिलाफ जांच एजेंसियों को बिना सोचे समझे तैनात किए जाने को पूरा देश देख रहा है। आप इस संस्था, इस पार्टी, इन नेताओं से आतंकवादी की तरह व्यवहार कर रहे। यह बदले की राजनीति का सबसे खराब रूप है। ऐसा करके आप हमें दोष देते हैं।” गहलोत ने इस मामले में ट्वीट करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा है, ‘‘कांग्रेस मुख्यालय एवं 10 जनपथ को पुलिस छावनी बनाने की आज की कार्रवाई अघोषित आपातकाल है। नेशनल हेराल्ड (यंग इंडिया) के दफ्तर को जबरन सील कर दिया गया। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) नीत इस तानाशाही सरकार के खिलाफ यदि कांग्रेसजनों के साथ आम जनता खड़ी नहीं हुई तो इसका खामियाजा पूरे देश को भुगतना पड़ेगा।”
वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार ने एजेंसियों का दुरुपयोग करके आज जो तानाशाहीपूर्ण रवैया अपनाया है, उसे काला दिवस के रूप में पूरे देश की जनता हमेशा याद रखेगी।” कांग्रेस नेताओं ने कहा कि वे देश में बढ़ती महंगाई को लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे। पार्टी के दिग्गज नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ” यह डराने-धमकाने की कोशिश है। अगर आप इसी तरह लोगों को डराते रहे, तो बगावत तय है।”
बता दें कि कांग्रेस मुख्यालय के बाहर की सड़क को बुधवार की शाम कुछ देर के लिए अवरुद्ध कर दिया गया था। कांग्रेस ने इसका विरोध किया और केंद्र सरकार पर आरोप लगाया। इधर, पुलिस ने कहा कि किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए बैरिकेड्स लगाए गए थे। साथ ही पुलिस बल को प्रतिनियुक्त किया गया था। ये कार्रवाई प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत दिल्ली में कांग्रेस के स्वामित्व वाले नेशनल हेराल्ड कार्यालय में यंग इंडियन (वाईआई) के कार्यालयों को अस्थायी रूप से सील करने के तुरंत बाद की गई।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यंग इंडियन कार्यालय में अस्थायी सील “सबूतों को संरक्षित करने” के लिए लगाई गई है, जिसे मंगलवार को छापे के दौरान एकत्र नहीं किया जा सका क्योंकि अधिकृत प्रतिनिधि वहां मौजूद नहीं थे। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हमें अपनी विशेष शाखा से इनपुट मिला था कि कुछ प्रदर्शनकारी अकबर रोड स्थित कांग्रेस कार्यालय में इकट्ठा हो सकते हैं। इसलिए, विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए, हमने बैरिकेड्स लगा दिए और पुलिस हल को तैनात किया है। ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति बचा जा सके।”