निःशब्द हुई शर्मिंदा होकर इंसानियत: नही दिया एंबुलेंस चालक को 1 हज़ार रुपया तो दर्द से तड़पती प्रसूता को बीच रास्ते में ही उतार दिया उसने
आदिल अहमद/तारिक खान
डेस्क: हमीरपुर का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसको जानकर इंसानियत शर्मसार होकर निःशब्द हो गई है. हमीरपुर के एक गाँव की निवासिनी प्रसूता के परिजनों और आशा कार्यकर्ती का आरोप है कि अस्पताल ले जाते समय एम्बुलेस चालक ने 1 हजार रुपयों की मांग किया. जिसको देने से इंकार करने पर ज़ालिम ने ज़ुल्म की इन्तहा पार कर दिया और प्रसव पीड़ा से तड़पती प्रसूता को जंगल में ही बीच सड़क पर उतार दिया. जहा वह आधे घंटे तक सड़क पर तड़पती रही. राहगीरों ने दौड़ा कर एंबुलेंस चालक को पकड़ा और उसको फटकार लगाया तब जाकर चालक प्रसूता को लेकर अस्पताल गया. सोशल मीडिया पर ये मामला आज का टॉप ट्रेंड बना हुआ है और इसका वीडियो जमकर वायरल हो रहा है.
मामला सुमेरपुर ब्लॉक क्षेत्र के भौंरा डांडा गांव का बताया जा रहा है. यहां के उत्तम कुमार की पत्नी रेखा को सोमवार प्रसव पीड़ा शुरू हुई। परिजनों ने फोन कर सरकारी एम्बुलेंस को बुलाया। आरोप है कि अस्पताल ले जाते समय चालक ने रास्ते के बीच जंगल की सड़क पर गर्भवती को महज़ इसलिए उतार दिया क्योकि परिजन चालक से अस्पताल छोड़ने को गिड़गिड़ाते परिजनों की एक नही सुनी और अस्पताल छोड़ने के लिए एक हज़ार रुपयों की मांग किया. प्रसूता के परिजन पैसा न होने की दुहाई देते रहे और गिडगिडाते रहे लेकिन एंबुलेंस चालक का दिल नहीं पसीजा और वह एंबुलेंस लेकर चला गया।
इस दौरान गर्भवती दर्द से दो 30 मिनट तक तड़पती रही और रोती रही। पीड़िता को दर्द से तड़पते देख मौके पर भीड़ जुट गई। जिसके बाद लोगो ने दौड़ा कर एम्बुलेंस चालक को पकड़ा और प्रसूता को अस्पताल भेजा. इस ज़लील घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया के ट्वीटर पर टॉप ट्रेंड हो रहा है. वीडियो में आश बहू मालती ने बताया है कि ‘हम महिला को लेकर अस्पताल जा रहे थे। रास्ते में एंबुलेंस चालक और ईएमटी ने 1 हजार रुपये मांगे। महिला के परिजनों ने देने से इनकार कर दिया। इस पर एंबुलेंस चालक और ईएमटी ने बीच रास्ते में गर्भवती को उतार दिया और फरार हो गए। राहगीरों ने पीछा कर एंबुलेंस को रोका। घेरकर एंबुलेंस को मौके पर ले आए और प्रसूता को अस्पताल भिजवाया।
सरकारी एम्बुलेंस को 1000 रुपया नही दिया तो एम्बुलेंस ने एक गर्भवती महिला को बीच सड़क पर छोड़ दिया,
घटना यूपी के हमीरपुर जिले के पंधरी गांव का की हैhttps://t.co/m0cPi2t5Xd#LetTheWorldWatch
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वही इस मामले में सीएमओ का कहना है कि महिला को मऊहर एएनएम सेंटर में भर्ती कराया गया है, जहां मंगलवार सुबह महिला ने 1 बच्चों को जन्म दिया है। इस मामले की जांच कर एंबुलेंस चालक पर कार्यवाही की जाएगी। दूसरी तरफ एंबुलेंस चालक ने सभी आरोपों को बताया निराधार बताते हुवे खुद को बेकसूर और मासूम बताया है. एंबुलेंस चालक अभिषक ने कहा है कि उसके ऊपर लग रहे सभी आरोप निराधार है. मैं प्रसूता को पीएचसी सुमेरपुर लेकर जा रहे था, जबकि प्रसुता के परिजिन मऊहर एएनएम सेंटर के लिए कह रहे थे। मुझे पता था कि मऊघर वाली मैडम छुट्टी पर है, इसलिस मैंने कहा कि पीएचसी सुमेरपुर लेकर चलाता हूं। तब परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया और पीछे का दरवाजा खोल दिया। परिजन कहने लगे कि हम कूद जाएंगे। इस पर मैंने एंबुलेंस रोक दी। और वह लोग बीच रास्ते उतर गए। हमीरपुर सीएमओ अशोक कुमार रावत ने इस मामले के जांच के आदेश देते हुए कहा है की यह गंभीर मामला है। इसके जांच के आदेश दिए गए हैं। अगर एमटी और चालक दोषी है तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।