कानपुर दंगे के मास्टरमाइंड हयात ज़फ़र हाशमी के अधिवक्ता ने मीडिया के लिए बोले अपशब्द, जलाल में आया कानपुर प्रेस क्लब, फूंका पुतला
आदिल अहमद
कानपुर: कानपुर दंगे के मास्टर माइंड हयात ज़फर हाशमी के अधिवक्ता द्वारा बीते गुरुवार को सोशल मीडिया पर एक साक्षात्कार के दरमियान मीडिया को अपराधी कहते हुवे बुराई किया था। सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता महमूद प्राचा ने एक डिजिटल मीडिया को दिए इंटरव्यूव में मीडिया को अपराधी का दर्जा दिया था। इस बयान के बाद पत्रकार संगठन के जानिब से महमूद प्राचा की निंदा किया गया।
इस बयान के वायरल होते ही मीडिया जगत में आक्रोश व्याप्त हो गया। जिसको लेकर कानपुर जर्नलिस्ट क्लब ने कड़े शब्दों में निंदा की। वही प्रेस रिपोर्टर्स ट्रस्ट आफ इण्डिया ने महमूद प्राचा को मर्यादा ध्यान रखने की बात कही गई। इसी क्रम में कानपुर प्रेस क्लब ने महमूद प्राचा का पुतला दहन करने का ऐलान किया था। इस इलान के बाद आज कानपुर प्रेस क्लब में सैकड़ो पत्रकार एकत्रित हुए और महमूद प्राचा का पुतला लेकर नवीन मार्केट का भ्रमण कर नारेबाजी करते हुवे परेड चौराहे पहुँचे।
परेड चौराहे पर पत्रकारों ने प्राचा के बयान पर जमकर नारेबाजी किया और महमूद प्राचा के पुतले को आग के हवाले कर दिया। साथ ही प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम से संबोधित एक ज्ञापन डीसीपी सौपा जिसमे सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता महमूद प्राचा के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गई है। वही कानपुर प्रेस क्लब ने कहा कि मीडिया के लिए शब्द कतई बर्दाश्त नही किये जायेंगे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार महमूद प्राचा कानपुर दंगे के मास्टरमाइंड हयात ज़फ़र हाशमी की वकालत के लिए कानपुर पहुंचे थे और कचहरी परिसर में उन्होंने मीडिया के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया था जिस पर पत्रकार ने जब उनसे सवाल पत्रकारों को अपराधी कहने का कीया तो उन्होंने बात को दुसरे तरफ घुमाते हुवे डिजिटल मीडिया पत्रकारों की तारीफ़ करना शुरू कर दिया और स्ट्रीम मीडिया के लिए ये शब्द है इसको उन्होंने कहा था। इसके बाद उक्त डिजिटल मीडिया द्वारा इस इंटरव्यूव को जब पोस्ट किया गया तो इसको देख कर पत्रकारों में रोष व्याप्त हो गया। इसी क्रम में आज कानपुर प्रेस क्लब ने महमूद प्राचा का पुतला फुका है।