कपड़ो में नक़ल सामग्री छिपाने के शक में शिक्षिका ने उतरवाये छात्रा के कपडे, घटना से व्यथित छात्रा ने घर आकर किरोसिन छिड़क लगा लिया खुद को आग, हालत गम्भीर
गोपाल जी
डेस्क: झारखण्ड के जमशेदपुर में एक शिक्षिका पर बड़ा आरोप लगा है। शिक्षिका पर आरोप है कि उसने कक्षा 9 की एक छात्रा को परीक्षा के दरमियान नकल की तलाशी के नाम पर उसके कपडे उतरवा लिए। इस घटना से छात्रा बताया जाता है कि इतना व्यथित हो गई कि उसने खुद पर मिटटी का तेल डालकर आग लगा लिया। इस घटना में छात्रा बुरी तरह से झुलस गई है।
मुझे जानकारी मिली थी कि बच्ची नकल कर रही थी। बच्ची को भेज दिया था, इतना ही कहा था कि ये सब नहीं करना है…. कपड़े नहीं उतरवाए गए हैं, इसकी जानकारी मुझे नहीं है: स्कूल प्रिंसिपल, साकची, जमशेदपुर (14.10) https://t.co/BNED2t4DuX pic.twitter.com/rplYEU4O3e
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 14, 2022
घटना कल शनिवार की बताई जा रही है। छात्रा पर शिक्षिका को शक था कि उसने अपने कपड़ो में नक़ल सामग्री छिपाई थी। वही आरोपी शिक्षिका ने तमाम आरोप से इंकार किया है। इस घटना के सम्बन्ध में पुलिस अधिकारी ने बताया कि सूचना पर झुलसी छात्रा को उसके परिजन पास के अस्पताल ले गए, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने कहा कि शिक्षिका के खिलाफ शिकायत दर्ज करके मामले की जांच की जा रही है।
पीड़िता ने पुलिस को दिए बयान में आरोप लगाया कि महिला निरीक्षक ने उसे अपमानित किया और नकल सामग्री ड्रेस में छिपाने के शक में उसे क्लास से सटे एक कमरे में कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया। फिलहाल इस मामले में साकची पुलिस स्टेशन एएसआई नागेंद्र प्रताप ने कहा कि 9वीं कक्षा की छात्रा ने केरोसिन डालकर आत्महत्या की कोशिश की है। आरोप लगाया गया है कि शिक्षिका ने नकल करते पकड़ी गई छात्रा के कपड़े उतरवाए थे। हम सच्चाई की जांच कर रहे हैं। लड़की को हमारे आने से पहले यहां से रेफर कर दिया गया था।
दरअसल साकची थाना क्षेत्र के शारदामणि गर्ल्स हाईस्कूल की 9वीं क्लास की छात्रा ऋतू मुखी परीक्षा के बाद घर पहुंची औऱ खुद को आग लगाकर आत्महत्या की कोशिश की। आरोप है कि स्कूल में परिक्षा के दौरान एक शिक्षिका ने नकल के शक में छात्रा के कपड़े उतरवाए थे। मामला छायानगर बस्ती में शुक्रवार शाम 5 बजे की है। आग से झुलसी छात्रा को गंभीर स्थिति में एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे टीएमएच रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों के अनुसार, बच्ची के शरीर का 80 प्रतिशत हिस्सा झुलस गया है और उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
छात्रा की बड़ी बहनों ने बताया कि दूसरी पाली में छोटी बहन की साइंस की परीक्षा थी। वह जब परीक्षा देकर घर लौटी तो गुमसुम थी। कुछ देर बाद उसने हम लोगों को चचेरी बहन से मिलने भेज दिया। इसके बाद उसने घर में रखे मिट्टी के तेल को अपने ऊपर उड़ेलकर आग लगा ली। उसकी चीख सुनकर हम लोग वहां पहुंचे औऱ किसी तरह आग बुझाई। वहीं घटना से नाराज परिजन और बस्तीवासियों ने टीएमएच पहुंचकर हंगामा किया। इस दौरान उन्होंने शिक्षिका पर कार्रवाई की मांग की।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने टीएमएच पहुंचकर छात्रा का बयान लिया है। अपने बयान में उसने कहा कि क्लास में मैडम ने सभी के सामने कपड़े उतरवाए और पिटाई की, जिससे आहत होकर उसने खुद को आग लगाई। छात्रा ने कहा कि वह परीक्षा में नकल नहीं कर रही थी। घटना से नाराज परिजनों ने शारदा मनी हाई स्कूल शिक्षिका के विरुद्ध सीतारामडेरा थाना में शिकायत दर्ज कराई है। आक्रोशित परिजन और स्थानीय लोग शिक्षिका की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। परिजनों का कहा कि अगर छात्रा ने गलत किया था तो इसकी जानकारी हमलोगों को देते पर एक लड़की को कपड़े खोल कर नंगा कर के चेक करना यह कहां तक जायज है। वहीं स्कूल प्रिंसिपल ने कहा कि मुझे जानकारी मिली थी कि छात्रा नकल कर रही थी। उसको इस दौरान सिर्फ इतना ही कहा था कि ये सब नहीं करना है। प्रिंसिपल ने कहा कि छात्रा के कपड़े नहीं उतरवाए गए हैं, इसकी जानकारी मुझे नहीं है।