देखे वायरल वीडियो जब मध्य प्रदेश आईएमए की स्टेट वार्षिक काउंसिल बैठक में डाक्टरों के बीच आपस में हुई जमकर ढिशुम ढिशुम
तारिक खान
डेस्क: आपने आम नागरिको की ढिशुम ढिशुम देखा होगा। नेतागिरी के दरमियान कार्यकर्ताओं के बीच भी देखा होगा। मगर पढ़ा लिखा समुदाय चिकित्सक जो डिसेंट प्रोफेशन से आते है और लात घुसे तो नही करते है। मगर सभी पुराने रिकार्ड को ध्वस्त करते हुवे इस बार मध्य प्रदेश के जबलपुर में IMA की मध्य प्रदेश स्टेट की वार्षिक काउंसिल बैठक में खूब जमकर चिकित्सको के बीच ढिशुम ढिशुम हुई।
हालत हंगामे की हो गई। ले तेरी दे तेरी भी देख लूँगा, दिखा दूंगा भी खूब हुई। इस मौके पर किसी ने इस ढिशुम ढिशुम का वीडियो बना लिया जो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। ये बैठक मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित डब्ल्यूसीएम आईएमए हाल में हो रही थी। जिस दरमियान ये वर्किंग कमेटी की बैठक अखाड़े में तब्दील हो गई और ग्वालियर के प्रेसिडेंट डॉक्टर के बीच कहासुनी होने लगी, जो देखते ही देखते हाथापाई में तब्दील हुई और फिर जमकर ढिशुम ढिशुम हो गई।
रिपोर्ट के मुताबिक, स्वागत भाषण में जबलपुर IMA के अध्यक्ष डॉक्टर अमरेंद्र पांडेय द्वारा भोपाल, उज्जैन, इंदौर और ग्वालियर आईएमए के सदस्यों के बारे में की गई टिप्पणी का ग्वालियर आईएमए के सदस्यों ने विरोध जताया। डॉक्टर पांडेय ने मंच से ग्वालियर आईएमए के सदस्यों को बाहर निकालने की बता कही, जिस पर सदस्य भड़क गए। उन्होंने डॉक्टर अमरेंद्र पांडेय को मंच से धक्का देकर उतार दिया। वहीं, कुछ डॉक्टरों ने उनको थपडीया भी दिया और थप्पड़ देखते देखते जमकर मारपीट में तब्दील हो गया।
पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में काली सदरी और ब्लू शर्ट पहने दो डॉक्टर, मंच की डाइस से बोले रहे डॉ0 अमरेंद्र पांडेय से बहस करते दिख रहे हैं। दोनों के बीच तू-तू मैं-मैं इतनी बढ़ी कि काली सदरी पहना शख्स मंच पर पहुंच गया। पीछे से अन्य और सदस्य भी पहुंच गए। मंच के सामने मौजूद कुछ लोग पांडे को यह बोलते भी नजर आ रहे है कि ‘बहुत बदतमीज आदमी है ये तो, इनकी तो हम ऍफ़आईआर कराएंगे….’। विवाद को बढ़ता देख जबलपुर के पदाधिकारियों ने पुलिस को बुला लिया, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर अनिल भाटिया के विरोध करने पर पुलिस को सदन के बाहर रहना पड़ा।
लेकिन जबलपुर के सदस्यों का कहना था कि प्रदेश अध्यक्ष डॉ0 अनिल भाटिया इसका भी विरोध करने लगे और पुलिस को मीटिंग हॉल में घुसने नहीं दिया। आपस में गुत्थम गुत्था हुए डॉक्टरों के बीच काफी देर तक विवाद चलता रहा। दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप लगाते रहे। एक दूसरे को खुलेआम धमकियां दी जाती रही। वहीं, हॉल के गेट के बाहर मौजूद पुलिस बेबस नजर आई। बाद में कुछ सीनियर सदस्यों ने मामले में हस्तक्षेप किया तब कही जाकर हंगामा शांत हुआ।