टी-20 विश्वकप: बाबर और रिजवान के अर्धशतको का मिला सहारा, न्यूज़ीलैंड को हरा कर पकिस्तान पंहुचा फाइनल में
तारिक़ खान
डेस्क: आज सिडनी में खेले गए टी-20 विश्वकप के पहले सेमीफाइल में पाकिस्तान ने न्यूजीलैंड को 7 विकेट से मात देकर फाइनल में प्रवेश कर लिया। कप्तान बाबर आजम (53 रन, 42 गेंद, 7 चौके) और विकेटकीपर मोहम्मद रिजवान (57 रन, 43 गेंद, 7 चौके) ने बेहतरीन बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुवे पहले विकेट के लिए 105 रन की मजबूत साझेदारी किया। विकेटकीपर मोहम्मद रिजवान को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
बाबर और रिजवान के आउट होने के बाद बल्लेबाज मोहमम्मद हैरिस (30 रन, 26 गेंद, 2 चौके, 1 छक्का) ने अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस मैच में कीवियों ने बॉलिंग और फील्डिंग भी ख़राब किया जो उसकी हार का एक बड़ा सबब बने। पाकिस्तान ने यह मैच 19.1 ओवरों 5 गेंदें शेष रहते हुवे सात विकेट से जीत दर्ज कर तीसरी बार टी20 विश्व कप के फाइनल में प्रवेश किया है। इससे पहले पाकिस्तान ने साल 2007 में खेले गए पहले विश्व कप के फाइनल में जगह बनायी थी, जबकि साल 2009 में पाकिस्तान टीम यूनिस खान की कप्तानी में टी-20 विश्व कप चैंपियन बनी थी।
शुरुआती पाली की बात करें तो सिडनी की आसान पिच पर न्यूजीलैंड के बल्लेबाज टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए उम्मीदों पर बिल्कुल भी खरे नहीं उतरे और कीवी टीम पाकिस्तान के सामने चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा करने से करीब 25-30 रन दूर रह गई। इसकी वजह यह रही कि शुरुआती दस ओवरों के बाद पिच में धीमापन आ गया था, तो डारेल मिशेल (53 रन, 35 गेंद, 3 चौके, 1 छक्का) और कप्तान विलियमसन (46 रन, 42 गेंद, 1 चौका, 1 छक्का) को छोड़कर कोई और न्यूजीलैंड बल्लेबाज स्कोर को गति नहीं दे सका। पाकिस्तान के तरफ से इस वर्ल्ड कप शाहीन आफरीदी अपनी संपूर्ण लय में दिखायी पड़े। उन्होंने विकेट तो 2 ही लिए, लेकिन गेंदबाजी मारक और खासी प्रभावी दिखी, जिसका असर न्यूजीलैंड के रन बनाने की गति पर पड़ा। नतीजा यह रहा कि पाकिस्तान 25-30 रन उस स्कोर से पीछे रह गया।
कम स्कोर के बाद यहां से जब बड़ी जिम्मेदारी गेंदबाजों को लेनी थी, तो न्यूजीलैंड के गेंदबाज पूरी तरह से हत्थे से उखड़े नजर आए। खासकर तेज गेंदबाजों की दिशा और लंबाई पूरी तरह गड़बड़ायी रही, जिससे बाबर और रिजवान को शुरुआत में पिच पर जमने का मौका मिला। इन दोनों ने पावर-प्ले के शुरुआती छह ओवरों में बिना किसी दबाव के बल्लेबाजी करते हुए 55 रन जोड़ डाले, तो वास्तव में बहुत हद तक इसी स्टेज पर स्थिति साफ हो गयी थी। पावर-प्ले के बाद भी इन्होंने जिम्मदेारी से पारी को आगे बढ़ाया और जब बाबर के रूप में कीवियों को पहला विकेट मिला, तो तब तक मैच उनके हाथ से निकल चुका था।