हिमांचल प्रदेश में रोहतांग और पांगी सहित कई चोटियों पर बर्फबारी, छाई बर्फ की सफ़ेद चादर, लुढ़का पारा, देखें तस्वीरें
आफ़ताब फारुकी
डेस्क: मौसम ने करवट ले लिया है और मौसम के करवट लेते ही हिमांचल प्रदेश में बर्फ़बारी का दौर जारी हो गया। हर तरफ बर्फ की सफ़ेद चादर छाई हुई है। जिधर देखो उधर बर्फ की चादर ने आगोश में ले रखा है। बर्फ़बारी से घुमने आये पर्यटकों को भी अब थोडा दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। कही कही पर्यटकों को जाने नहीं दिया जा रहा है। बर्फ़बारी के कारण खतरा भी हो सकता है। हिमांचल प्रदेश में जारी हुए बर्फ़बारी के दौर में ऊंचाई वाले क्षेत्रों रोहतांग और पांगी सहित कई चोटियों पर बर्फबारी हुई है। राजधानी शिमला के रिज मैदान पर बूंदाबांदी के साथ फाहे, कुफरी, नारकंडा और हाटू पीक में हिमपात हुआ है। लाहौल, मनाली, चंबा और सिरमौर की ऊंची चोटियों पर भी बर्फबारी हुई है।
रोहतांग दर्रे में बर्फबारी होने से पुलिस प्रशासन ने वीरवार देर शाम से मनाली-लेह मार्ग पर नेहरूकुंड से आगे वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। जिला चंबा जनजातीय क्षेत्र पांगी में बर्फबारी के बाद का नजारा देखने लायक है। सोलंग घाटी में चार इंच बर्फबारी हुई है। उधर, खज्जियार-लक्कड़मंडी में तेज बर्फ गिर रही है। वहीं, भारी बर्फबारी के कारण अटल टनल यातायात के लिए बंद कर दी गई है। नेहरुकुण्ड से आगे पर्यटकों जाने नहीं दिया जा रहा है। प्रदेश के कई क्षेत्रों में हल्की बारिश और चोटियों पर बर्फबारी से ठंड बढ़ गई है। शुक्रवार को भी ऊंचे क्षेत्रों में हिमपात और निचले इलाकों में बारिश होने का पूर्वानुमान है।
वीरवार को रोहतांग दर्रे के साथ कुंजम दर्रा, बारालाचा दर्रा सहित लाहौल के निचले इलाकों में भी बर्फबारी होने से तापमान में भारी गिरावट आई है। अटल टनल रोहतांग, जलोड़ी दर्रा के साथ अन्य क्षेत्रों में फाहे गिरे हैं। कुल्लू और लाहौल जिला प्रशासन ने सैलानियों व आम लोगों को मौसम को देखते हुए ऊंचाई वाले इलाकों की तरफ न जाने की हिदायत दी है। चंबा के जनजातीय क्षेत्र पांगी, भरमौर, मणिमहेश, चौबिया, कुगति, सुपा, तुंदा, घटौर, क्वारसी में पांच से सात सेंटीमीटर तक बर्फबारी हुई है। बर्फबारी से निपटने के लिए प्रदेश सरकार तैयारियों में जुट गई है। सड़कें यातायात के लिए बाधित न हों, इसको लेकर लोक निर्माण विभाग ने फील्ड में तैनात अधिकारियों को जेसीबी, डोजर आदि बर्फ हटाने वाली मशीनरियों की व्यवस्था करने को कहा है।
लोक निर्माण विभाग ने मुख्यालय सहित मंडल स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित करने को कहा है ताकि अवरुद्ध मार्गों को यातायात के लिए समय पर बहाल किया जा सके। बर्फबारी के दौरान 25 हजार कर्मचारी फील्ड में सेवाएं देंगे। इनमें कई कर्मचारियों को जेसीबी व डोजर के साथ लगाया जाएगा। ज्यादा फिसलन वाली सड़कों के किनारे रेत व मिट्टी रखने को कहा गया है ताकि इन्हें सड़कों पर बिछाकर यातायात बहाल किया जा सके। लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर इन चीफ अजय गुप्ता ने बताया कि बर्फबारी से निपटने के लिए लोक निर्माण विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। मंडल और उपमंडल स्तर पर मशीनें भेजी गई हैं। जरूरत पड़ने पर निजी मशीनें भी ली जाएंगी।