ऑटो चालक जिब्राइल अंसारी ने कायम किया इमानदारी की ऐसी मिसाल कि सब कर रहे तारीफ
शाहीन बनारसी
वाराणसी: ईमानदारी किसी पेशे की मोहताज नही होती है। भले ही दुनिया में बे-ईमान लोगो की ताय्दात बढ़ चुकी है। मगर आज भी हमारे आपके दरमियान ऐसे लोग है जो ईमानदारी से अपना काम करते है। उनके लिए रकम और दौलत से बढ़कर ईमानदारी है। पैसो के लिए ईमान बेचती दुनिया के बीच ऐसी ही एक मिसाल कायम किया है ऑटो ड्राईवर जिब्राइल अंसारी ने।
मिर्ज़ापुर स्थित विशेश्वरपुर का रहने वाला जिब्राइल अंसारी वाराणसी में ऑटो चलाता है। आज जब वह ऑटो में सवारी बैठा कर गंतव्य तक पंहुचा और सभी सवारी उतर गई तो उसने देखा कि उसके ऑटो की पिछली सीट पर रियल मी किसी का छुट गया है। जिसके बाद उसने तो आसपास जानकारी हासिल करने की कोशिश किया कि कही कोई अपना मोबाइल तलाश तो नही रहा है।
तमाम कोशिशो के बावजूद भी जब मोबाइल का असली मालिक उसको नही मिला तो वह मोबाइल लेकर रामनगर थाने आया और पुलिस को पूरी बात बताते हुवे मोबाइल पुलिस के हवाले कर दिया। जिब्राइल अंसारी की यह ईमानदारी देख पुलिस कर्मी भी उसकी तारीफ कर रहे थे। सभी ने प्रयास किया और मोबाइल के मालिक से संपर्क किया तो मालूम चला कि मिर्ज़ापुर जनपद स्थित अदलहाट के वासेपुर निवासी राजनाथ सिंह की पुत्री ज्योति का यह मोबाइल था जो सफ़र करते वक्त ऑटो में छुट गया था। पुलिस ने ज्योति को थाने बुला कर उसके हवाले उसका मोबाइल कर दिया। जिब्राइल अंसारी के ईमानदारी की चर्चा आसपास इलाके में हो रही है।