ओवैसी की पार्टी AIMIM का मिला सहारा और बिहार की कुरहानी सीट पर भाजपा ने लहराया जीत का परचम, नजदीकी मुकाबले में जद्यु के मनोज सिंह भाजपा के केदार प्रसाद से हारे
अनिल कुमार
पटना: बिहार में हुवे उपचुनाव के नतीजे हमारे सामने आ चुके है। एक बार फिर जदयू की हार में बड़ी वजह ओवैसी की पार्टी AIMIM बनी और बहुत ही नजदीकी मुकाबले में जदयू भाजपा से यह चुनाव हार गई। महज़ 3650 के करीब मतों से यह हार जदयू को शायद काफी समय तक खलती रहेगी।
बिहार के कुरहानी विधानसभा में हुवे इस उपचुनाव में आज मतों की गणना हुई। चुनाव में भाजपा के जहा केदार प्रसाद को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा था, वही दूसरी तरफ जदयू ने मंगल सिंह को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा था। इस सीट पर एक एक पल काटे की टक्कर का था। मगर आखिर में जदयू की हार में आखरी कील ओवैसी की पार्टी AIMIM के प्रत्याशी मोहम्मद गुलाम मुर्तुजा ने ठोकी।
ओवैसी की पार्टी ने इस सीट पर मोहम्मद गुलाम मुर्तजा को अपना प्रत्याशी बना कर मुस्लिम समाज से “कयादत” की मांग करते हुवे चुनाव मैदान में ताल ठोकवाया। नतीजे सामने ये तो 3200 से अधिक लोगो ने उनकी कयादत को स्वीकार करने के लिए उनको चुना। मगर इन वोटो को देखे तो यह जदयू की हार में आखरी कील साबित हुई। यह कोई पहला मौका नही है जब ओवैसी की पार्टी ने अपनी हार से भाजपा को जीत हासिल करवाया हो। उत्तर प्रदेश विधानसभा सीटो पर नज़र डाले तो काफी सीट एक दर्जन से अधिक सीट पर कयादत की मांग करने वाली ओवैसी की पार्टी को कयादत तो नही मिली थी, मगर कयादत में उनका बड़ा योगदान साबित हुआ।