दुसरे समुदाय के युवक ने 12 फिट लम्बे सांप को मार डाला, हुआ मुकदमा दर्ज, गड्ढे से निकाल कर हुआ, पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार के बाद सांप की हुई तेरहवीं और उसकी आत्मा शांति के लिए हुआ यज्ञ
संजय ठाकुर
बागपत: हमारे पास तो शब्द शायद कम है कि हम इस खबर के बारे में आपको पूरी तरीके से ज़ेहनियत को बता सके। हमारे लफ्ज़ तंग होते जा रहे है। सांप के ऐसा जंगली जानवर है कि किसी के घर में अगर निकल आये आ कही दिखाई दे जाए तो लोग दहशत के कारण चीख उठते है। बेशक किसी जानवर को मारना गलत है, मगर सांप को देख कर लोग दहशत के कारण ही उसके जान के दुश्मन बन जाते है। वह भी सांप अगर 12 फिट लम्बा हो तो दहशत दुगनी हो जाती है।
इस घटना में भी एक सांप था, जिसकी लम्बाई 12 फिट थी। एक दहशत थी, लाठी डंडों से सांप पर मार थी और सांप की मौत थी। मगर सांप की आत्मा को शांत करने के लिए यज्ञ भी था और सांप की तेरही भी हुई साथ ही प्रसाद भी बाटा गया। मुख्य कारण शायद ये रहा होगा कि सांप को मारने वाला युवक किसी और समुदाय का था। उसके नाम में मज़हब की तलाश हो गई होगी। उस मरे हुवे सांप को उस युवक ने डंडे से उठा कर ले जाकर दफन कर दिया था। सांप को वहा से निकला कर वन विभाग ने उसका पोस्टमार्टम करवाया, मौत का कारण इन्टरनल ब्लीडिंग सामने आई।
आरोपी युवक द्वारा मरे सांप को डंडे से लटका कर लेकर जाता हुआ वायरल वीडियो आधार बना और युवक पर वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज हुआ। यही नही हिंदूवादी संगठन ने इसके बाद कल सांप की तेरहवी किया। साथ ही सांप के आत्मा की शांति हेतु यज्ञ का भी आयोजन किया गया। बेशक इन सबके बाद हमारे पास शब्द तो कम से कम नही है किसी मानसिकता को बताने के लिए। मगर खबर है तो आपको बता दिया। बेशक किसी भी जीव जंतु को बेवजह मारना अथवा वजह होने पर भी मारना वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत एक अपराधिक कृत्य है। हम ऐसे हरकतों की निंदा करते है। किसी भी जीव को नही मारना चाहिए। वह तो जानवर है मगर उसके ऊपर लाठी चलाने वाला तो खुद को इंसान होने का दावा करता है। उसको अपनी इंसानियत दिखानी चाहिए।
इतना बताया तो ये भी बता देता हु कि मामला कहा का है। मामला बागपत के छपरौली क्षेत्र के शबगा गांव का है। जहा सांप को किसी दुसरे समुदाय के युवक द्वारा मारे जाने पर हिन्दूवादी संगठन ने ग्रामीणों संग यज्ञ का आयोजन किया। साथ ही प्रसाद वितरण किया गया। इस आयोजन में हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं और सैकड़ों ग्रामीणों ने भाग लिया। सभी ने प्रसाद ग्रहण किया। मालूम नही किस सोच के तहत ये यज्ञ हुआ कि सांप की आत्मा को शांति मिले क्योकि लगभग गावो में देखे तो रोज़ ही किसी न किसी गाँव में कोई सांप निकलने पर लोग मार देते है। शायद यहाँ आरोपी के नाम में मज़हब की तलाश रही होगी।
मामला शबगा गांव में सात जनवरी का है। बताया जाता है कि संजीव पुत्र महेंद्र के प्लाट में एक सांप जिसकी लम्बाई लगभग 12 फुट लंबे थी को आरोपी युवक स्वालीन के द्वारा लाठी से पीट-पीट कर मार डाला गया था। उसके बाद आरोपी युवक सांप को लाठी पर लटका कर ले जा रहा था। तभी किसी ने उसका मोबाइल से वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। आरोपी युवक ने सांप के शव को जमीन में दबा दिया। पुलिस ने वायरल वीडियो के आधार पर युवक की पहचान कर सांप को गड्ढे से निकलवाया और वन विभाग को सूचना दी।
पुलिस ने वन रक्षक संजय कुमार की शिकायत पर स्वालीन के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत मुकदमा दर्ज कराते हुए सांप का पोस्टमार्टम कराया। जिसमें पशु चिकित्सक डॉ0 रोहित सिंह ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सांप की रीढ़ की हड्डी टूटने, सर में चोट लगने, इंटरनल ब्लैडिंग, ब्रेन डैमेज होना मौत का कारण बताया। पोस्टमार्टम के बाद ग्रामीणों ने सांप के शव का अंतिम संस्कार भी किया। जिसके बाद ग्रामीण सत्येंद्र सरोहा, राजेंद्र सिंह व संजीव आदि ने कल शुक्रवार को सरोहा पट्टी शिव मंदिर में सर्प की तेरहवीं पर विधि-विधान अनुसार यज्ञ का आयोजन किया गया। सैकड़ों लोगों ने आहुति देकर की सांप की आत्मा शांति के लिए दो मिनट का मौन धारण किया। उसके उपरांत प्रसाद वितरण किया गया।