मध्य प्रदेश: रीवा में भाजपा कार्यालय के बाहर बनी प्राचीन शिव मन्दिर पर चला बुल्डोज़र, जमकर काटा कांग्रेस ने हंगामा, कांग्रेस का आरोप “भाजपा कार्यालय की शोभा बढाने के लिए तोडा गया मंदिर”
अजीत शर्मा
भोपाल: मध्य प्रदेश के रीवा शहर में शुक्रवार को देर रात एक शिवमंदिर तोड़े जाने की बात को लेकर हंगामा खड़ा हो गया। इस मामले में मध्य प्रदेश कांग्रेस अब सत्तारूढ़ भाजपा पर जमकर हमलावर है और उसका कहना है कि भाजपा कार्यालय की शोभा को बढाने के लिए बुलडोज़र से देर रात मन्दिर तोड़ दिया गया। एक प्राचीन मंदिर के तोड़े जाने की जानकारी मिलते ही मौके पर भारी संख्या में आम जनता और कांग्रेस नेताओं का जमावड़ा हो गया। तब तक बताया जाता है कि मंदिर का काफी हिस्सा तोड़ दिया गया था।
मिली जानकारी और कांग्रेस के ट्वीट को आधार माने तो ढेकहा तिराहे पर सालों पुराना एक शिव मन्दिर है। जिसके पीछे भाजपा कार्यालय का निर्माण हुआ है। इस पुराने शिव मंदिर को शुक्रवार की रात के अंधेरे में बुलडोजर से ज़मीदोज़ किया जा रहा था। इस बात की खबर लगते ही भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता वहां इकट्ठा हो गए और उन्होंने मंदिर तोड़े जाने के विरोध शुरू कर दिया। हालांकि तब तक मंदिर का आधा हिस्सा टूट चूका था। कांग्रेस का आरोप है कि विरोध को दबाने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल को भी मौके पर बुलाया गया था। जबकि प्रशासन किसी असामान्य स्थिति के पैदा होने से पहले ही नियंत्रण के लिए भारी पुलिस बल भेजने की बात कह रही है।
बीजेपी अब मंदिर तोड़ेगी ❗️
मध्यप्रदेश के रीवा जिले में पहले मंदिर के पीछे बीजेपी कार्यालय बनाया गया, अब कार्यालय के सामने बने मंदिर को तोड़कर बीजेपी कार्यालय की शोभा बढ़ाई जायेगी।
शिवराज जी,
अब क्या तुम लोग भगवान पर भी भारी हो ❓शर्म करो शवराज,
बंद करो ये जंगलराज। pic.twitter.com/g6IgrFikrl— MP Congress (@INCMP) January 21, 2023
इस मामले में खबरिया वेब साईट “द सूत्र” से बातचीत में स्थानीय कांग्रेस नेत्री कविता पांडे ने कहा है कि मंदिर कई दशक पुराना है बाद में इसके पीछे बीजेपी कार्यालय बनाया गया। अब मंदिर को तोड़कर बीजेपी कार्यालय को बड़ा बनाने की तैयारी में है। मंदिर के पुजारी को भी भाजपाइयों ने अपने पक्ष में कर लिया है और रातों-रात मंदिर तोड़ दी गई। कांग्रेस नेत्री ने कहा है कि मंदिर के नाम पर नौटंकी करने वाली भाजपा भगवान शंकर को सड़क पर पहुंचाने का बेशर्मी कृत्य कर रही है।
कविता पाण्डेय ने कहा है कि भगवान शंकर और सनातन धर्म के लोग जल्द ही इन्हें सबक सिखाएंगे। मैं भगवान भोलेनाथ के समक्ष संकल्प लेकर आई हूं कि पुनः यहां भव्य मंदिर का निर्माण करवाया जायेगा। पूरी ताकत से मंदिर तोड़ने वालों के खिलाफ लड़ाई लडूंगी। रीवा शहर की सनातनी धर्मावलंबी जनता से आह्वान करती हूं कि आप सब एक-एक पत्थर का दान करें, ताकि पुनः मंदिर का जीर्णोद्धार हो सके।
वही मामला तूल पकड़ने के बाद बीजेपी नेता और नगर निगम के अध्यक्ष विनीत पांडे और मंदिर के पुजारी ने कहा है कि मंदिर का कुछ हिस्सा जर्जर हो गया था। उसे इसीलिए गिराया गया ई, ताकि मंदिर को नया रूप देकर उसके सुन्दरीकरण का काम किया जाए। यातायात प्रभावित ना हो इसीलिए यह कार्य रात को कराया जा रहा था। लेकिन कुछ लोग आए और हंगामा शुरू कर दिया। हालांकि इस मामले में प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि इसकी सूचना न तो जिला प्रशासन को दी गई थी, ना ही पुलिस को और ना ही किसी भी प्रकार की अनुमति ली गई थी। मौके पर पहुंचे एसडीएम अनुराग तिवारी ने मंदिर ध्वस्त करने में संलिप्त लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की बात कही है। जिसके बाद मामला शांत हुआ है। फिलहाल इस पूरे मामले की जांच करने की बात निकल कर सामने आ रही है।
वही विपक्ष कांग्रेस इस मुद्दे पर भाजपा को घेरती दिखाई दे रही है। कांग्रेस और उसके नेता इस मामले में भाजपा पर लगातार हमलावर है। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने एक ट्वीट के माध्यम से मुख्य मंत्री शिवराज पर जमकर हमला किया है और मंदिर बुलडोज़र से तोड़े जाने का वीडियो ट्वीट करते हुवे लिखा है कि “बीजेपी अब मनिदर तोड़ेगी। मध्य प्रदेश के रीवा जिले में पहले मंदिर के पीछे बीजेपी कार्यालय बनाया गया, अब कार्यालय के सामने बने मंदिर को तोड़कर बीजेपी कार्यालय की शोभा बढ़ाई जाएगी। शिवराज जी,अब क्यातुम लोग भगवान पर भी भारी हो…. शर्म करो शवराज, बंद करो ये जंगलराज।”