भूकंप का कहर: तुर्की और सीरिया में अब तक 5 हजार से ज्यादा लोगो की हुई मौत, ऑस्ट्रेलिया-न्यूज़ीलैंड ने भेजी मदद, भारत ने राहत सामाग्री की भेजी दो खेप, चीन ने भी मदद पहुंचाने का किया ऐलान
आदिल अहमद
डेस्क: कल सोमवार को तुर्की और पड़ोसी देशों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। कल तुर्की में सुबह आये 7.8 तीव्रता के भूकंप से हाहाकार मच गया। भूकंप इतना खतरनाक था कि इसका असर सीरिया, लेबनान और इजराइल में भी महसूस किए गए। तुर्की में सबसे प्रभावित शहरो में राजधानी अंकारा, नूरदगी समेत 10 शहर रहे। नूर्दगी से 23 किलोमीटर पूर्व की ओर यह झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 7.8 मापी गई। तुर्की में आये भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। हर ओर लाशें बिछी हुई है। अभी भी कई जाने मलबे के नीचे दबी हुई है।
भूकंप के तांडव के ज़द में कई जाने अब भी फंसी हुई है। जा चुकी है। बताते चले कि तुर्की और सीरिया में घातक भूकंपों से मरने वालों का आंकड़ा पांच हजार से अधिक हो चुका है। 30 हजार से ज्यादा घायल बताए जा रहे हैं। बड़े पैमाने पर राहत-बचाव का काम जारी है। सैकड़ों की संख्या में लोग अभी भी मलबे के नीचे फंसे हुए हैं। इस बीच, हालात को देखते हुए ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड ने तुर्की और सीरिया के भूकंप प्रभावित इलाकों के लिए 11 मिलियन डॉलर (करीब 90 करोड़ रुपये) की आर्थिक मदद देने का एलान किया है। इसके अलावा भी कई तरह से मदद का आश्वासन दिया है।
न्यूजीलैंड के विदेश मंत्री नानिया महुता ने कहा कि मानवीय आधार पर ये मदद की जा रही है। इसके जरिए तुर्की और सीरिया के भूकंप प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू काम में जुटे रेड क्रॉस के सदस्य स्थानीय लोगों को खाद्य पदार्थ व अन्य सामग्री पहुंचाएंगे। वहीं, भारत से भेजी गई मदद पर तुर्की ने मोदी सरकार का शुक्रिया कहा है। भारत की ओर से भेजी गई फौरी मदद पर तुर्किये ने शुक्रिया कहा है। तुर्किये के राजदूत फिराज सुनील ने ट्विटर पर लिखा, ‘दोस्त’ तुर्की और हिंदी में एक आम शब्द है… हमारे तुर्की में एक कहावत है, “दोस्त करा गुंडे बेली ओलुर” (जरूरत में काम आने वाला दोस्त ही दोस्त होता है)। बहुत बहुत धन्यवाद भारत।’
इससे पहले, केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री (MoS) वी मुरलीधरन ने तुर्की के दूतावास का दौरा किया और शोक व्यक्त किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सहानुभूति और मानवीय समर्थन से भी अवगत कराया। बाटते चले कि चीन ने भी तुर्किये को 5.9 मिलियन डॉलर की मदद देने का एलान किया है। चीन सरकार की तरफ से जारी सूचना में ये जानकारी दी गई है। चीन सरकार ने भूकंप के चलते मारे गए लोगों के लिए सहानुभूति भी प्रकट की है।
वही भारत की ओर से भेजी राहत सामग्री की खेप में एक विशेषज्ञ राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल खोज और बचाव दल शामिल है। इसमें पुरुष और महिला दोनों कर्मी, अत्यधिक कुशल डॉग स्क्वॉड, चिकित्सा से जुड़ी चीजें, उन्नत ड्रिलिंग उपकरण और सहायता प्रयासों के लिए आवश्यक अन्य महत्वपूर्ण उपकरण शामिल थे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यह जानकारी दी। आगरा स्थित आर्मी फील्ड अस्पताल ने 89 सदस्यीय मेडिकल टीम भेजी है। टीम में अन्य मेडिकल टीमों के अलावा आर्थोपेडिक सर्जिकल टीम, जनरल सर्जिकल स्पेशलिस्ट टीम, मेडिकल स्पेशलिस्ट टीम सहित क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट टीम शामिल हैं। टीमें 30-बेड वाली चिकित्सा सुविधा स्थापित करने के लिए एक्स-रे मशीन, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र, कार्डिएक मॉनिटर और संबंधित उपकरणों से लैस हैं।
इससे पहले भारत सरकार ने सोमवार को भूकंप प्रभावित तुर्किये को तत्काल राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की तलाशी और बचाव टीम, चिकित्सा टीम और राहत सामग्री भेजने का फैसला किया था। यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रभावित देश को हरसंभव मदद देने के निर्देश के बाद उठाया गया था। जानकारी के मुताबिक, 100 सदस्यों की दो एनडीआरएफ टीम प्रशिक्षित श्वानों और आवश्यक उपकरणों के साथ भूकंप प्रभावित इलाके में तलाशी और बचाव अभियान के लिए भेजी गई है। इसके साथ ही प्रशिक्षित चिकित्सकों और पैरा मेडिक की टीम भी आवश्यक दवाओं के साथ रवाना की गई है।