बाबा रामदेव द्वारा मुस्लिमो और इसाइयों के खिलाफ नफरती बयान बन सकता है उनकी मुश्किलों का सबब, राजस्थान में दर्ज हुई बाबा रामदेव के खिलाफ सांप्रदायिक भावना भड़काने की ऍफ़आईआर
अब्दुल रज्जाक
जयपुर: योग गुरु बाबा रामदेव और विवादित बयान एक दुसरे के पर्यायवाची जैसे बनते जा रहे है। बाबा रामदेव ने विगत दिनों मुस्लिमो और इसाईयो के खिलाफ एक आपत्तिजनक टिप्पणी अपनी सभा में किया था। इस टिप्पणी की जहा एक तरफ चतुर्दिक निंदा हो रही है वही दूसरी तरफ बाबा रामदेव के सामने मुश्किलों की भी उम्मीदे बढती जा रही है। बाबा रामदेव के बयान पर आज राजस्थान के वाडमेर जिले में धार्मिक भावना भड़काने की शिकायत पुलिस ने दर्ज किया है।
मामला बाड़मेर जिले के चौहटन थाने में आज रविवार को दर्ज हुआ है। जहा के एक स्थानीय निवासी शिकायतकर्ता ने योग गुरु स्वामी रामदेव के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप लगाते हुवे पुलिस को तहरीर दिया, जिस पर पुलिस ने ऍफ़आईआर दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। चौहटन थानाधिकारी भुताराम ने इस सम्बन्ध में बताया है कि कि स्थानीय निवासी पठाई खान ने रविवार को योग गुरु बाबा रामदेव पर धार्मिक भावनाएं भड़काने को लेकर मामला दर्ज करवाया है। उन्होंने बताया कि दर्ज शिकायत के आधार पर आईपीसी की अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
गौरतलब है कि गुरुवार को बाड़मेर में संतों की एक सभा में योग गुरु बाबा रामदेव ने हिंदू धर्म की तुलना इस्लाम और ईसाई धर्म से करते हुए मुस्लिमों पर आतंक का सहारा लेने और हिंदू लड़कियों का अपहरण करने का आरोप लगाया था। ऐसा नही है कि बाबा रामदेव का पहला कोई विवादित बयान है जिसको लेकर निंदा हो रही है। हेट स्पीच पर सुप्रीम कोर्ट ने भी काफी फटकार सरकार को लगाया गया है और हेट स्पीच रोकने को कहा गया है। अभी दो-तीन दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र से जुड़े एक मामले की सुनवाई के दरमियान कहा है कि हमारे हुक्म के बाद भी हेट स्पीच बंद नही हो रही है। जिसके बाद बाबा रामदेव के बयान का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमे वह मुस्लिम समाज और इसाई समाज के खिलाफ बोलते दिखाई दे रहे है।
बताते चले कि बाबा रामदेव के बयान पर विवाद का यह कोई पहला मामला नहीं है। कुछ महीने पहले बाबा रामदेव ने महिलाओं को लेकर बयान दिया था। जिसे लेकर भी जमकर विवाद हुआ था। उस दौरान महाराष्ट्र के ठाणे में आयोजित एक कार्यक्रम में रामदेव ने कहा था कि महिलाएं साड़ी, सलवार कमीज या बिना कुछ पहने भी अच्छी दिख सकती हैं। उनकी टिप्पणियों की निंदा करते हुए दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने कहा था कि रामदेव को “देश से माफी मांगनी चाहिए।”
इस पूरे विवाद के बीच एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें रामदेव मुस्कुराते हुए कहते सुनाई दे रहे थे कि सबके चेहरे पर मैं देख रहा हूं सब बहुत खुश लग रही हैं। आप खुशनसीब हैं। सामने वालियों को साड़ी पहनने का मौका मिल गया। पीछे वालों को तो मौका ही नहीं मिला। शायद घर से झोले में साड़ी पैककर के लाई थीं। आप साड़ी पहनकर भी अच्छी लगती हैं। आप अमृताजी की तरह सलवार सूट में अच्छी लगती हैं और मेरी तरह से कोई इसे ना भी पहने तो भी अच्छी लगती हैं।