तारिक आज़मी की मोरबतियाँ: वाराणसी जलकल के साहब सच्ची बताये, ई है स्मार्ट सिटी, पूर्व पार्षद मुन्ना सोफा पानी में लेट गये, अखिलेश यादव ट्वीट भी कर दिए, फिर तब जाकर हुआ टूटी पेयजल पाइप लाइन का निर्माण
तारिक आज़मी
वाराणसी: वाराणसी के नई सड़क इलाके में पुराने इमारतों के बीच पुरानी पेयजल पाइप लाइन फटी हुई है। आने जाने वाले राहगीरों से लेकर दुकानदारो और ग्राहकों को पेयजल की टूटी हुई पाइप लाइन से कल कल कर बहते हुवे पानी के बीच से गुज़ारना पड़ता था। एक हफ्ता से अधिक समय गुज़र गया, मगर कोई रहा ही नही सुनने वाला। कारण एक ई भी रहा साहब कि इलाके के पार्षद डॉ संजय सिंह का देहांत हो चूका है। अब कौन दौड़ भाग करे। विभाग आराम की रफ़्तार चलता है, तो चल रहा था।
फिर क्या इलाके के पूर्व पार्षद और समाजवादी नेता शहीद अली उर्फ़ मुन्ना सोफा पानी के बीच खुदही जाकर लेट गए। अब मुन्ना सोफा को लेटे हुवे बहुत वक्त गुज़र गया और केहू आया नही उठाये के लिए तो खुदही मुन्ना भाई उठ गए। तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होने लगी। इसी बीच सपा मुखिया अखिलेश यादव ने मुन्ना सोफा भाई के पानी में लेता देखिन तो उनहू के तंज कसे का मौका मिल गया। मुन्ना सोफा का पानी में लेटा हुआ फोटो देख ट्वीट कर लिखिन कि “भईया काशी नही बन पाया अभी तक क्योटो, दिल्ली लखनऊ वाले यहाँ भी खिचवाये फोटो।”
अब अखिलेश यादव का ट्वीट का आया सब सपाई जमकर रीट्वीट करने लगे। खूब चर्चा होने लगी और फिर डीएम राजलिंगम साहब ने बताया कि हैवी ट्राफिक के कारण निर्माण कार्य में दिक्कत आ रही है, जल्द ही दूर हो जायेगी। आनंन फानन में जलकल की टीम दौड़ पड़ी और वही हैवी ट्राफिक का हवाला अपने उच्चाधिकारियों को देने वाली जलकल की टीम ने आनन् फानन में टूटी हुई पाइप लाइन सही कर डाली। मगर इन सबके बीच सवाल बड़ा ज़बरदस्त उठ रहा है। साहब हमारा बनारस स्मार्ट सिटी है। तो स्मार्ट सिटी के लिए टूटी पाइप लाइन निर्माण हेतु इलाके के बुज़ुर्ग पूर्व पार्षद को सड़क पर पानी में लेटना पड़ा, उनकी फोटो अखिलेश यादव ने ट्वीट किया। क्या जैसे हैवी ट्राफिक में हमेशा रात को काम हुआ और इस बार भी हुआ पहले ही उसी तरफ निर्माण नही हो सकता था।
वैसे मौके पर पाइप लाइन का निर्माण हो गया है। पानी का बहाव बंद हो गया है। अब बस वहा जिस गड्ढे को खोद कर पाइप लाइन सही किया गया है, उस गड्ढे को पाटना बाकि है। वैसे तो जलकल विभाग रात को ही पाट दिए होता मगर शायद देर हो गई होगी। आज पाट दिया जायेगा गड्ढा। हम तो बस अपने काका से ईहे कहकर काम चला लेंगे कि कोई बात नही, देर आये, मगर दुरुस्त तो आये।