भाजपा सांसद की मांग कि लखनऊ का नाम बदल कर लखनपुरी किया जाए, ओमप्रकश राजभर के पुत्र ने कहा गाजीपुर का नाम विश्वामित्र नगर रखे, बोले सपा नेता लारी, राजभर जी के सपना में भी आते है अखिलेश यादव
ए0 जावेद
वाराणसी: उत्तर प्रदेश में नाम बदलने की सियासत दुबारा शुरू हो चुकी है। अभी कल मंगलवार को राजधानी लखनऊ का नाम बदले की मांग हुई थी। प्रतापगढ़ से बीजेपी सांसद संगम लाल गुप्ता ने सीएम योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा कर लखनऊ का नाम बदलकर लक्ष्मणपुर या लखनपुर रखने की मांग की थी। इस मांग के बाद अब सुभासपा के प्रमुख ओमप्रकश राजभर के पुत्र अरुण राजभर ने गाजीपुर का नाम बदलकर विश्वामित्र नगर रखने की मांग किया है।।
गाज़ीपुर का नाम बदलकर विश्वामित्र नगर करने की मांग सुभासपा ने किया है।@ShaktisinghSBSP@Shwetaraiii @AbpGanga @aajtak @ABPNews pic.twitter.com/e97NF7KmBQ
— Arun Rajbhar – अरुन राजभर (@ArunrajbharSbsp) February 8, 2023
अरुण राजभर ने सीएम योगी को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने राज्य के गाजीपुर जिले का नाम बदलकर विश्वामित्र नगर रखने की मांग की है। अपने पत्र में सुभासपा नेता ने कहा, “गाजीपुर के पौराणिक महत्व में ब्रह्मर्षि विश्वामित्र की अद्वितीय भूमिका का उल्लेख है।” इस वजह से गाजीपुर का नाम बदलकर विश्वामित्र नगर किए जाने का अनुरोध पत्र में किया गया है।
वही ओमप्रकश राजभर और उनके पुत्र ने इस सम्बन्ध में जारी एक बयान में अखिलेश यादव पर कई आरोप लगाये थे। जिसके उत्तर में वाराणसी के वरिष्ठ सपा नेता अतहर जमाल लारी ने अपना वीडियो बयान जारी करते हुवे कहा है कि ओमप्रकाश राजभर और उनके पुत्र के सपना में भी अखिलेश यादव आते है। अपने बल पर एक सीट तक न जीत पाने की क्षमता रखने वाले राजभर पिता पुत्र ने केवल दुसरे दलों के वोट बैंक को इस्तेमाल किया है।
अतहर जमाल लारी ने अपने वीडियो बयान में कहा है कि खूब सीट जीतने का दावा करने वाले ओमप्रकाश राजभर ने सपा के साथ गठबंधन के बावजूद भी अपने पुत्र को जीत का स्वाद नही चखा सके। राजभर अगर ऐसे खुद को जीत की गारंटी समझते है तो फिर उनको अपने पुत्र को चुनाव जितवा देना चाहिए, फिर भी नही जीत सके।