“यूपी में का बा…” गाने वाली लोक गीत गायिका को कानपुर पुलिस द्वारा दिली नोटिस पर विपक्ष हुआ सरकार पर हमलावर, बोली नेहा, जनता मेरा गाना और नोटिस देख कर खुद फैसला करे
शाहीन बनारसी
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश पुलिस ने लोकप्रिय भोजपुरी गायिका नेहा सिंह राठौड़ को कानपुर देहात में अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई को लेकर लिखे गए तंज़ वाले गीत ‘यूपी में का बा’ के लिए नोटिस भेजा है। इस गीत में विशेष रूप से उस कार्रवाई के दौरान जलने से हुई मां-बेटी प्रमिला दीक्षित और उनकी 19 वर्षीय बेटी नेहा की मौत का जिक्र किया गया था।
इस नोटिस के बाद विपक्ष भी सरकार पर हमलावर हो गया है। कई नेताओं ने नेहा को पुलिस नोटिस मिलने को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नेहा के गीत की ही तर्ज पर ट्विटर पर लिखा, ‘…यूपी में झुठ्ठे केसों की बहार बा, यूपी में गरीब-किसान बेहाल बा, यूपी में पिछड़े-दलितों पर प्रहार बा, यूपी में कारोबार का बंटाधार बा, यूपी में भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार बा…’ वही सपा के मीडिया सेल ने भी राज्य की योगी सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी की ओर से किए ट्वीट में कहा गया, ‘यूपी में का बा लोकगायन से भाजपा सरकार को आईना दिखाने वाली लोकगायिका नेहा सिंह राठौड़ को भाजपा शासित योगी सरकार ने पुलिस का नोटिस भेजा है। निश्चित ही भाजपा सरकार का चेहरा बदसूरत, क्रूर तथा वहशी है। इसीलिए ये सरकार आईने से डरती है और आईना दिखाने वालों को नोटिस/जेल भेजती है। शर्म करे भाजपा।’
हमनियो के पूछत बानी जा, "UP में का बा…?"
इन नोटिसों से घबराइयेगा मत @nehafolksinger! गले की बाग और कलेजे की आग बरकरार रखियेगा।
इस तानाशाही के ख़िलाफ़, हम लड़ेंगे! हम जीतेंगे! pic.twitter.com/kYCzuXRGIo
— UP Congress (@INCUttarPradesh) February 22, 2023
वही कांग्रेस ने भी इस मामले में नेहा का वीडियो ट्वीट करते हुवे सरकार पर तंज़ कसा है। कांग्रेस ने लिखा है कि ‘हमनियो के पूछत बानी जा, “UP के का बा…..?” इन नोटिसो से घबराइये मत, @nehafolksinger ! गले की बाग़ और कलेजे की आग बरक़रार रखियेगा। इस तानाशाही के खिलाफ हम लड़ेगे। हम जीतेगे’ पार्टी के नेता सलमान अनीस सोज़ ने कहा, ‘यह सब डराने-धमकाने के तरीके हैं। हालांकि, जब सरकारें ऐसे तरीके आजमाती हैं, हम सब नागरिकों को अपने अधिकारों की रक्षा के लिए एक हो जाना चाहिए।’ उन्होंने यह भी जोड़ा कि अगर नेहा को कानूनी सहयोग की जरूरत हो तो कांग्रेस के वकील उनकी मदद कर सकते हैं।
बताते चले कि नेहा सिंह राठौड़ ने उत्तर प्रदेश के पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान आए अपने चर्चित ‘यूपी में का बा’ गीत का ‘सीज़न-2 बताते हुए इस नए गीत में कानपुर की घटना के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया था। मंगलवार रात को नेहा सिंह राठौड़ ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा करते हुए बताया कि इस गीत के लिए उन्हें यूपी पुलिस का नोटिस मिला है, जिसमें कहा गया है कि ‘गीत समाज में वैमनस्य फैला रहा है।’
उन्होंने फेसबुक पर वीडियो पोस्ट करते हुए कहा, ‘उत्तर प्रदेश पुलिस की सक्रियता की दाद देनी पड़ेगी। कल कानपुर देहात पुलिस मेरे घर अंबेडकर नगर जाकर मेरे ससुर जी को नोटिस थमा आई और आज ये लोग दिल्ली भी पहुंच गए।’ सीआरपीसी की धारा 160 के तहत दिए गए इस नोटिस में नेहा से सात सवाल पूछते हुए कहा गया है, ‘इस गीत के कारण समाज में वैमनस्य तथा तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई है। अतः आपके उक्त वीडियो पर आपके द्वारा स्थिति स्पष्ट किया जाना न्यायोचित है… इस नोटिस की प्राप्ति के तीन दिनों के भीतर इसका स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें।’
मीडिया से बात करते हुए नेहा ने कहती है कि वे नहीं जानती हैं कि क्यों पुलिस को उनके गीत में वैमनस्य या तनाव नजर आया है। उन्होंने कहा, ‘मुझे तीन दिन के अंदर जवाब देने को कहा गया है नहीं तो मेरे खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसका क्या जवाब देना है, इस बारे में मैं अपने वकीलों से बात कर रही हूं।’ उन्होंने कहा कि वे चाहती हैं कि लोग खुद उनका गीत सुने और यह तय करें कि इसके लिए उनके खिलाफ आया पुलिस नोटिस सही है या नहीं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि वे किसी भी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से यह गीत हटाने वाली नहीं हैं।