जाने कितना शातिर है निक्की के क़त्ल का आरोपी साहिल गहलोत, हत्या कर 35 किलोमीटर कार में लाश लेकर घूमा, फिर फ्रीज़र में लाश रखी और दूल्हा बनकर किया दूसरी लड़की से शादी, ऐसे आया पकड में

तारिक खान/ईदुल अमीन

डेस्क: निक्की यादव हत्याकांड में पुलिस जैसे जैसे अपनी जाँच आगे बढा रही है, वैसे वैसे साहिल गहलोत की शातिराना चाल की एक एक पोल खुल रही है। साहिल गहलोत ने पहले कार में ही निक्की यादव की हत्या कर दिया था। उसके बाद उसकी लाश को लेकर 35 किलोमीटर तक घूमता रहा। फिर ढाबे पर आकर ढाबे के फ्रीज़र में लाश को ठूस दिया और घर वापस चला गया। जहा उसकी शादी होनी थी। घर जाकर वह दूल्हा बना और अपनी बारात आलीशान तरीके से ले गया। खुद की शादी किया और इससे पहले किसी को पता तक न चलने दिया कि निक्की जिसके साथ वह लिव इन में था उसकी हत्या उसने कर दिया है। गहलोत परिवार को निक्की और साहिल के रिश्ते का कोई अंदाजा ही नही था।

शायद वह पकड़ा भी न जाता, लेकिन अपनी बेटी की तलाश में निकले निक्के के पिता आरोपी तक पहुंच गए जिसके चलते उसका पूरा राज़ फाश हो गया। जब निक्की के पिता सुनील की दो दिन तक बेटी से बात नहीं हो सकी तो वह उसकी तलाश में निकल पड़े। पहले तो उन्होंने निक्की की सहेली को फोन किया, जिसने बताया कि वह अपने बिंदापुर वाले घर में नहीं है और फिर साहिल के बारे में बताया कि आखिरी बार उसी के साथ देखी गई थी। जिसके बाद उन्होंने साहिल का नंबर लेकर उससे कई बार बात की तो उसने बहाने बनाए। अंत में उसने कहा कि निक्की मसूरी छुट्टियां मनाने गई है और वह अपनी शादी में व्यस्त है। इसके बाद वह किसी तरह आरोपी साहिल गहलोत के घर भी जा पहुंचे।

यहां पहुंचकर निक्की के पिता ने जब साहिल के परिजनों पर दबाव बनाया तो उन लोगों ने भरोसा दिलाया कि वह उनकी मदद करेंगे। साहिल तक ने उन्हें भनक नहीं लगने दी कि निक्की के साथ क्या हो चुका है। उन लोगों पर भरोसा कर निक्की के पिता अपने घर लौट आए और पुलिस को शिकायत तक नहीं दी। फिर आती है 14 फरवरी यानी मंगलवार को जब दिल्ली पुलिस ने उन्हें बताया कि उनकी बेटी की हत्या हो गई है, तो वह विश्वास नहीं कर सके। उन्हें क्या पता था कि चार दिनों तक बेटी की परिवार से बात नहीं हो पाने का ऐसा दर्दनाक सच सामने आएगा। एक देश भक्त परिवार की निक्की इस दुनिया से रुखसत हो चुकी थी। निक्की के चाचा प्रवीण यादव कारगिल युद्ध लड़े थे और इसमें उन्होंने अपना एक हाथ व एक पांव गंवा दिया था।

दरअसल साहिल गहलोत ने ने अपनी गर्लफ्रेंड निक्की की हत्या कर शव को अपने ढ़ाबे के फ्रीज में रख दिया। इसके बाद मंडोठी गांव, झज्जर में बरात ले जाकर दूसरी लड़की से विवाह कर लिया। आरोपी साहिल गहलोत (24) प्रेमिका के शव को ठिकाने लगाता, उससे पहले ही दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की टीम ने उसे एक सूचना के बाद उसके मित्राऊ गांव से गिरफ्तार कर लिया। मामले में युवती के परिजनों और अन्य किसी ने पुलिस में किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं दर्ज कराई थी।

क्या थी हत्या की वजह

साहिल और मृतक युवती निक्की यादव पिछले दो वर्षों से सहमति संबंधों में थे। साहिल अपने परिजनों के दवाब में दूसरी लड़की से शादी कर रहा था, जबकि निक्की यादव उससे शादी करना चहाती थी।  पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि साहिल ने निक्की से प्यार वाली बात अपने घरवालों को नहीं बताई थी। दूसरी तरफ साहिल के परिजन उस पर दूसरी लड़की से शादी करने का दवाब बनाने लगा। आखिरकार दिसंबर, 2022 में साहिल की दूसरी लड़की से मंगनी कर दी। नौ फरवरी को साहिल की शादी तय हो गई। आरोपी ने यह बात निक्की को नहीं बताई थी। किसी तरह निक्की को यह बात पता लग गई। वह साहिल से शादी करने की जिद करने लगी।

ऐसे में साहिल गहलोत ने डाटा केबल से निक्की का गला घोंटकर हत्या कर दी। शव को ढ़ाबे के फ्रीज में रखकर अपने घर चला गया और 11 फरवरी को झज्जर बरात ले जाकर दूसरी लड़की शादी कर ली। पुलिस ने निक्की के शव को फ्रीज से बरामद कर लिया है। पुलिस को साहिल ने बताया कि वह जनवरी, 2018 में उत्तम नगर स्थित कॅरिअर प्वाइंट कोचिंग सेंटर में एसएससी परीक्षाओं की कोचिंग लेने गया था। उसी समय झज्जर निवासी निक्की यादव उत्तम नगर स्थित आकाश इंस्टीट्यूट में मेडिकल प्रवेश परीक्षा की कोचिंग ले रही थी। ये दोनों एक ही बस में रोज साथ आते थे। इस कारण दोनों की दोस्ती हो गई। दोनों के बीच जल्द ही प्यार हो गया। कोचिंग से पहले व बाद में मिलना जुलना शुरू हो गया।

साहिल गहलोत ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि फरवरी, 2018 में साहिल ने ग्रेटर नोएडा स्थित गलगोटिया कॉलेज में डी फार्मा में दाखिल ले लिया। साहिल के ग्रेटर नोएडा में दाखिला लेने के बाद निक्की ने भी इसी कॉलेज में बीए अग्रेंजी ऑनर्स में दाखिला ले लिया। इसके बाद दोनों ने यहीं किराये के मकान में सहमति संबंध में रहना शुरू कर दिया। दोनों मनाली, रिऋिकेश, हरिद्वार व देहरादून आदि जगह साथ घूमने भी गए थे। कोरोना काल में दोनों अपने-अपने घर चले गए थे। कोरोना खत्म होने के बाद दोनों ने सेक्टर-23, द्वारका में फिर सहमति संबंध में रहना शुरू कर दिया। यहां ये 8-10 महीने रहे। चार माह से निक्की उत्तम नगर में रह रही थी।

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