राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित हुई गोष्टी, बताया गया किसी भी तरह की मानसिक समस्या के लिए डायल करें टोल फ्री नम्बर 14416
आदिल अहमद
कासगंज,: जनपद में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवध किशोर प्रसाद के नेतृत्व में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत रोडवेज बस स्टेण्ड पर मानसिक तनाव को लेकर गोष्टी आयोजित की गयी। जिसमें ज़िला मानसिक स्वास्थ्य टीम द्वारा बस चालक,परिचालकों और अधिकारियों को मानसिक स्वास्थ्य से होने वाली समस्या एवं निदान के बारे जागरूक किया।
नोडल अधिकारी डॉ. कुलदीप ने बताया कि राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत मानसिक तनाव व मानसिक बीमारियों अवसाद को लेकर जिले में जागरूकता कार्यक्रम के ज़रिए स्कूलों, कॉलेजों, बस स्टेण्ड, वृद्धा आश्रम व अन्य जगह पर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। नोडल अधिकारी ने कहा कि सयुंक्त जिला चिकित्सालय में सोमवार, बुधवार, शुक्रवार को ओपीडी की जाती है। जिसमें मानसिक रोगियों की काउंसलिंग कर उपचार दिया जाता है। साथ ही मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या के लिए टोल फ्री नम्बर 14416 या -18008914416 पर परामर्श लें।
साइकेट्रिक नर्स अरुण कुमार शर्मा ने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने और आत्महत्या को रोकने में स्वास्थ्य विभाग कई कदम उठा रहा है। तेज़ी से भागती हुई जिंदगी में विकास के साथ तनाव भी उसी अनुपात में बढ़ा है, लेकिन लोग तनाव प्रबंधन या तनाव को दूर करने की कोशिश नहीं कर रहे, बस आगे बढ़ने में लगे रहते हैं। यही तनाव कब अवसाद बन जाता है और इसी अवसाद में व्यक्ति आत्महत्या करने की कोशिश करता है। इसलिए तनाव को कम करने के लिए व्यायाम, मनोरंजन, टीवी, अपने पसंदीदा खेल व किताब पढ़ने आदि से तनाव को दूर किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि तनाव कम करने के लिए अपनों के साथ बात करे व उनकी भावनाओं को समझे। अपनों के साथ बातचीत करने से तनाव कम होता है जिससे कहीं तक आत्महत्या को रोका जा सकता है।
गोष्टी में बस कॉन्डक्टर रवि ने बताया उन्हें सिर में बहुत समय से दर्द रहता है, नींद नहीं आती, और गुस्सा बहुत आता है। इस पर सायकेट्रिक नर्स अरुण शर्मा ने उन्हें सयुंक्त जिला चिकित्सालय में आकर ओपीडी कमरा नंबर 211 में वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ. आनंद स्वरूप से समस्या बताकर उपचार लेने की सलाह दी। ऐसे ही बस चालक मोहित ने बताया कि उनके तीन माह के बच्चे की स्किन ढीली है,पड़ोसी बोल रहे थे कि बच्चे पर भूत प्रेत का साया है इसलिए ऐसा हो गया है। ऐसे में उन्होंने सलाह मांगी। मानसिक स्वास्थ्य सामाजिक कार्यकर्त्ता वीरेंद्र कुमार ने बताया भूत प्रेत हवा साया कुछ नहीं होता है यह सिर्फ़ भ्रांतियाँ है। उन्होंने मोहित को अपने बच्चे को सयुंक्त जिला अस्पताल में लेकर आएं, बाल रोग विशेषज्ञ को दिखाने की सलाह दी। कार्यक्रम के दौरान मानसिक स्वास्थ्य समाजिक कार्यकर्त्ता वीरेंद्र कुमार, असिस्टेंट रोडवेज मैनेजर संजीव यादव व चालक परिचलक व अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।