मुक़द्दस रमज़ान: शुरू हुआ मस्जिदों में तरावीह मुकम्मल का दौर, तीन दिनों वाली सभी मस्जिदों में मुकम्मल हुई तरावीह
शफी उस्मानी
वाराणसी: मुक़द्दस रमजान का महीना शुरू है। इस मुक़द्दस महीने के पहले अशरे के साथ ही मस्जिदों में चल रहे तिलावत-ए-कुरआन के साथ तरावीह के मुकम्मल होने का सिलसिला शुरू हो चूका है। शहर में तीन दिनों में कुरआन मुकम्मल करने वाली मस्जिदों के तरावीह का मुकम्मल होने का दौर भी चल पड़ा है।
इस क्रम में सरैया ईदगाह की लाट सरैया मस्जिद, गोविन्दपूरा चौक स्थित लाठी बाज़ार की मस्जिद, ठठेरी बाज़ार वाली मस्जिद, लल्लापुरा स्थित एक मीनार की मस्जिद सहित अन्य मस्जिद जहा तीन दिनों में मुकम्मल कुरआन के साथ तरावीह की नमाज़े हुई अब मुकम्मल हो चुकी है।
लाठी बाजार मस्जिद, गोविंद पूरा चौक वाराणसी में मुकम्मल तरावीह हाफ़िज़ मोहम्मद अफ़ज़ल पढ़ाई। इस दरमियाना देखरेख सलाहुद्दीन की थी। तरावीह मुकम्मल होने पर इमाम हाफ़िज़ मोहम्मद अफज़ल को लोगो ने अपनी खुशियों में शामिल करते हुवे फुल माला पहना कर इनाम-ओ-इकराम दिया। इस मस्जिद में तरावीह की नमाज़ के लिए खुसूसी तौर पर नज़र सूट घर वाले शाहिद कुरैशी, पूर्व फ़ुटबाल खिलाडी राशीद अनवर, अब्दुल कादिर, अब्दुल कलाम, सरफराज खान (भोलू), अज़हर अज़ीज़, डॉ अशफ़ाक उल्ला, गोगा भाई, चौधरी अब्दुल समद, वगैरह शामिल रहे।
इसी तरह मशहूर नाजिम दुपट्टा हाउस के अधिष्ठाता गुलाम अशरफ के निजी आवास स्थित हाल में भी तीन दिन की तरावीह मुकम्मल हुई। जिसके बाद गुलाम अशरफ द्वारा दावत-ए-ताम का इंतज़ाम किया गया। तरावीह मुकम्मल करवाने वाले हाफ़िज़-ए-कुरआन को इनाम-ओ-एकराम से नवाज़ा गया। साथ ही उनको गले लगा कर एक दुसरे को रमजान मुबारक की खुशिया तकसीम किया गया।
इसी तरह मशहूर सरैया की लाट मस्जिद पर और कुतबनशहीद स्थित छुरी वाली मस्जिद में भी तीन दिन की तरावीह मुकम्मल हो चुकी है। शहर के तमाम उन मसाजिद में जहा तीन दिन में मुकम्मल कुरआन के साथ तरावीह की नमाज़ होती है, वहा तरावीह मुकम्मल हो चुकी है। इसके अलावा कल से अन्य मस्जिदों में भी तरावीह मुकम्मल का दौर चलेगा।