सीएम सामूहिक विवाह योजना: एक दूजे के हुए 173 जोड़े, रॉयल पैराडाइज में लिए सात फेरे
फारुख हुसैन
लखीमपुर(खीरी): मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत जिला मुख्यालय पर रॉयल पैराडाइज में शनिवार को ब्लॉक लखीमपुर की 126 और नकहा की 47 कुल 173 बेटियां धार्मिक रीति रिवाज से परिणय सूत्र में बंधीं। इनमें से 167 बेटियों ने वैदिक मंत्रोचारण के बीच सात फेरे लिए। 06 बेटियों का मौलानाओं ने निकाह कराया। योजना के तहत सभी बेटियों के खातों में 35-35 हजार रुपए भेजे गए। गृहस्थी शुरू करने के लिए सभी नव विवाहितों को वर वधु के वस्त्र, बक्सा, डिनर सेट, कुकर, लेडीज पर्स, पायल, बिछिया, पगड़ी, साफा, दुल्हन के लिए चुनरी, कुकर, बर्तन, श्रृंगारदान आदि उपहार स्वरूप प्रदान किए गए। समारोह में ग्रामीण क्षेत्र की 173 बेटियों के हाथ पीले हुए।
डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना समाज के लिए वरदान साबित हो रही है। गरीब परिवारों से जुड़ी बेटियों की शादी को लेकर उनके माता पिता को काफी चिंता रहती थी, लेकिन इस योजना ने ऐसे अभिभावकों की इस परेशानी को दूर कर उनके चेहरे पर मुस्कान ला दी है। गरीब परिवारों की बेटियों के हाथ अब अब आसानी से पीले हो रहे हैं।
सीडीओ अनिल कुमार सिंह ने कहा कि योजना के तहत जोड़ों के खाते में निर्धारित धनराशि भेजने के साथ ही उन्हें घर ग्रहस्थी चलाने को जीवनोपयोगी सामग्री भी प्रदान की जा रही है। जीवन में तमाम उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, लेकिन वैवाहिक जीवन के हर परिस्थिति में पति-पत्नी को साथ रहना चाहिए। जनप्रतिनिधियों एवं अफसरों ने सभी 173 जोड़ों को प्रमाण पत्र प्रदान करके सभी नवविवाहित जोड़ों को उपहार देकर आशीर्वाद दिया और सरकार द्वारा मिलने वाली हर योजनाओं का लाभ देने का आश्वासन देते हुए विदा किया।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत विकासखंड लखीमपुर एवं नकहा के 173 लाभार्थी जोड़ो के लिए आयोजित विवाह कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डीएम महेंद्र बहादुर सिंह, सीडीओ अनिल कुमार सिंह, ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि रविंद्र पाल सिंह, विधायक सदर प्रतिनिधि कपिल वर्मा, डीपीआरओ सौम्यसील सिंह, बीडीओ पीयूष सिंह एवं आलोक कुमार वर्मा ने वर वधू को आशीर्वाद प्रदान किया।
रॉयल पैराडाइज में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में महंगूखेड़ा गांव की गुड़िया ने हरगांव के ग्राम जहांगीराबाद निवासी शैलेंद्र के साथ जहां विवाह की सारी रस्में अदा की। वही विवाह संपन्न होते ही नवविवाहिता इंटरमीडिएट की छात्रा दुल्हन के श्रृंगार में परीक्षा केंद्र जाकर परीक्षा देने पहुंची।
नवविवाहिता ने विदाई से पहले अपनी परीक्षा की जिम्मेदारी को समझा और परिवार व ससुराल वालों के साथ परीक्षा केंद्र पर पहुंची। हाथों में मेहंदी और पूरे दुल्हन के शृंगार में गुड़िया को देख सभी अचंभित हो गए। उसने पूरी निष्ठा और लग्न के साथ परीक्षा दी। पढ़ाई के प्रति छात्रा की निष्ठा और जागरूकता को देखते हुए सभी ने सुखी वैवाहिक जीवन की शुभकामनाएं दीं।