नज़र आया रमज़ान का चाँद, रोज़दारो के लिए लाया ख़ुशी का पैगाम, शुरू हुआ मुक़द्दस रमज़ान, मस्जिदों में उमड़ा नमाजियों का हुजूम
शाहीन बनारसी
वाराणसी: पुरे मुल्क में आज इस्लाम के मुक़द्दस महीने रमजान का चाँद नज़र आते ही हर सु खुशियों की बहार दिखाई दे रही है। आज बाद नमाज़-ए-मगरिब लोगो की निगाहें चाँद की दीदार करने को आस्मां देखती दिखाई दी। चाँद का दीदार होते ही लोगो के चेहरे पर खुशियाँ दिखाई दी और एक दुसरे को चाँद मुबारक कहकर बधाई दिया।
चाँद नज़र आते ही मुक़द्दस रमजान का महीना शुरू हो गया है। सजी सवरी मस्जिदों के तरफ नमाजियों का हुजूम जाता हुआ दिखाई दे रहा है। शहर बनारस में मुक़द्दस रमजान के महीने की शुरुआत का पैगाम लेकर आया ये चाँद लोगो को अल्लाह के तरफ से बक्शी गई नेमतो का सदेश लेकर आती है। आज शहर बनारस में साफ़ साफ़ चाँद दिखाई दिया।
तस्वीर एक मासूम बच्ची हया आयत आज़मी ने खीच कर चाँद की हमको दिया। महज़ 7 साल की मासूम हया कल रोज़े रखने की जिद पाले बैठी है। कठिन व्रत रोज़े कल सुबह से ही शुरू हो जायेगे। पुरे दिन बिना दाना-पानी पिए मुस्लिम समुदाय के लोग रहेगे। इस बार रोज़े का वक्फा लगभग साढ़े 14 घंटे के करीब का होगा। इस दरमियान मुसलमान भूखे प्यासे रहकर अपने रब को याद करते है। शाम अज़ान-ए-मगरिब के साथ ही रोज़दार रोज़े खोलते है।
आज से ही ‘तरावीह’ के नमाज़ शुरू हो गई है। रोज़ रात बाद नमाज़-ए-इशा के बाद 20 रकआत तरावीह की नमाज़ मुस्लिम समुदाय पढता है। इस नमाज़ में पूरी कुरआन पढ़ी जाती है। देर रात तक इसके अदा किये जाने का सिलसिला चलता रहता है। मुस्लिम समुदाय के द्वारा मस्जिदों में यह नमाज़ अदा किया जाता है। रमजान की आमद के आहाट के साथ ही मस्जिदे सज सवर गई है और पोस्ट लिखे जाते वक्त नमाज़-ए-तरावीह शुरू हो गई है। हम अपने सभी सुधि पाठको को मुक़द्दस रमजान की बधाई देते है और उनसे दुआओं की तलब करते है।