नहीं रहे टीम इण्डिया के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर सलीम दुर्रानी, जाने कैसा रहा उनका क्रिकेट करियर
शाहीन बनारसी
डेस्क: आज क्रिकेट जगत से दुखद खबर सामने आई। भारत के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर सलीम दुर्रानी का 88 साल की उम्र में निधन हो गया। सलीम ने आज रविवार की सुबह गुजरात के जामनगर में आखिरी सांस ली। क्रिकेट जगत के चाहने वालो के लिए यह बुरी खबर है। बताते चले कि सलीम दुर्रानी लंबे समय से कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सलीम दुर्रानी के निधन पर दुख जताया है।
सलीम दुर्रानी के निधन से क्रिकेट जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। अफगानिस्तान के काबुल में पैदा हुए सलीम दुर्रानी ने भारत के लिए लंबे समय तक क्रिकेट खेला। उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना डेब्यू एक जनवरी 1960 में किया और अपना पहला टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रेबोर्न स्टेडियम में खेला। 60 से 70 के दशक में दुर्रानी ने एक शानदार ऑलराउंडर के तौर पर अपनी पहचान बनाई थी। दिग्गज क्रिकेटर सलीम दुर्रानी ने भारत के लिए लगभग 13 साल तक क्रिकेट खेला।
आंकड़ों को देखें तो उन्होंने 29 टेस्ट मैच खेले, जिसमें 25.04 के औसत से 1202 रन बनाए हैं। उन्होंने एक शतक और सात अर्धशतक भी जमाए। इसके अलावा उन्होंने लेफ्ट आर्म स्पिन गेंदबाजी करते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 75 विकेट भी झटके हैं। गौरतलब है कि सलीम दुर्रानी ऐसे पहले भारतीय क्रिकेटर थे, जिन्हें अर्जुन अवॉर्ड से नवाजा गया था। इसके अलावा वह स्टेडियम में दर्शकों की डिमांड पर छक्का मारने के लिए मशहूर थे। दुर्रानी ने बॉलीवुड फिल्मों में भी काम किया है। वह अपने जबरदस्त लुक्स के लिए भी जाने जाते थे। उन्होंने बॉलीवुड स्टार परवीन बॉबी के साथ भी काम किया है।
1964 में दुर्रानी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक ठोक कमाल कर दिया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज की टीम ने 444 रन बनाए थे, जिसके जवाब में भारतीय टीम 197 रन पर ढेर हो गई। हालांकि, दूसरी पारी में दुर्रानी ने पारी संभाली और 104 रन ठोककर सभी को हैरान कर दिया। उनकी बारी की बदौलत भारत ने 422 रन बनाए। दुर्रानी की यह पारी हमेशा के लिए यादगार हो गई। वह इतने पॉपुलर थे कि कानपुर में एक मैच में उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया था, जिसके बाद फैन्स ने साइन बोर्ड पर लिखा था नो दुर्रानी नो टेस्ट।