भिवानी हत्याकांड: जुनैद और नासिर को जिंदा जला कर मारने के आरोपी मोनू राणा और गोगी उत्तराखंड के देहरादून से गिरफ्तार, अन्य फरार आरोपियों के तलाश में पुलिस

आदिल अहमद

डेस्क: भिवानी हत्याकांड जिसमे जुनैद और नासिर को कथित गौ-तस्करी के आरोप में जिंदा जला कर मार दिया गया था में तमाम आलोचनाओं की शिकार हो रही पुलिस के हाथ एक बड़ी सफलता लगी है जब इस हत्याकांड में दो आरोपी मोनू राणा और गोगी को उत्तराखंड के देहरादून से गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों आरोपियों पर 10-10 हजार का इनाम घोषित था।

जुनैद और नासिर को जिंदा जलाकर मारने के मामले में पुलिस यह सफलता लगभग दो महीने बाद मिली है। पुलिस ने मोनू राणा और गोगी पर 10 हजार का इनाम रखा था। भरतपुर के घाटमिका गांव निवासी नासिर और जुनैद की हरियाणा में हत्या कर दी गई थी। वारदात के कुछ दिनों बाद ही पुलिस ने रिंकू सैनी नामक आरोपी को गिरफ्तार किया था। नासिर और जुनैद हत्याकांड में 8 लोग चिह्नित हुए थे। पुलिस ने शुरू में आरोपियों पर 5-5 हजार का इनाम घोषित किया था। हाथ नहीं आने पर इनाम की राशि बढ़ाकर 10-10 हजार रुपए कर दी गई।

आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीमें हरियाणा में डेरा डाले हुईं थी। देश के कई राज्यों में भी दबिश दी जा रही थी। पुलिस महानिरीक्षक गौरव श्रीवास्तव ने बताया है कि नासिर जुनैद की हत्या के आरोपियों को पकड़ने में पांच टीमें लगातार प्रयास कर रही थीं। पुलिस की लगातार तलाश हरियाणा, दिल्ली एनसीआर, उत्तरप्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड में जारी थी। इसी बीच पुलिस टीम को सूचना मिली कि मुख्य आरोपी देहरादून के विकास नगर थाना इलाके की पहाड़ियों में छुपे हुए हैं। पुलिस ने दबिश देकर मोनू राणा और गोगी को गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान नरेंद्र कुमार उर्फ मोनू राणा निवासी भिवानी हरियाणा और गोगी उर्फ मोनू प्रजापत निवासी भिवानी हरियाणा के रूप में हुई है। गिरफ्तारी के बाद दोनों को कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने दोनों को 10 दिन की पुलिस रिमांड पर दिया है। भिवानी हत्याकांड प्रकरण में दोनों से पूछताछ की जाएगी और फरार अन्य 6 आरोपियों के बारे में भी सुराग लगाया जाएगा। पूछताछ के क्रम में और भी कई अहम जानकारियां सामने आ सकती हैं।

उन्होंने बताया है कि जुनैद और नासिर का भरतपुर से अपहरण कर दोनों हरियाणा ले गए थे। नासिर और जुनैद से गौ तस्करी की गाड़ी के बारे में पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने जुनैद और नासिर की बर्बरतापूर्वक पिटाई की। पिटाई से दोनों की हालत खराब हो गई। आरोपी गंभीर हालत में जुनैद और नासिर को हरियाणा पुलिस के पास लेकर गए थे। हरियाणा पुलिस ने दोनों की गंभीर हालत को देखकर कार्रवाई करने से इंकार कर दिया था। उसके बाद आरोपियों ने लाठी-डंडों से पीट-पीट कर जुनैद की हरियाणा के फिरोजपुर झिरका में और नासिर की गला दबाकर हत्या कर दी।

हत्या करने के बाद दोनों मृतकों की उनकी बोलेरो गाड़ी में पेट्रोल डालकर आग लगा दी। नासिर-जुनैद हत्याकांड में मोनू मानेसर का मामला भी पुलिस की जांच के दायरे में है। सबूत मिलने पर गिरफ्तार किया जाएगा। हालांकि पूछताछ के लिए हिरासत में लिए जाने की कोशिश की जा रही है। गौरतलब है कि 15 फरवरी को भरतपुर के गोपालगढ़ थाने में अज्ञात 8-10 लोगों पर नासिर-जुनैद का अपहरण कर हत्या का मामला भाई ने दर्ज कराया था। 16 फरवरी को पुलिस ने दोनों के जले हुए शव गाड़ी से बरामद कर लिया।

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